डीजल के दाम में बीते 30 मई को 1 पैसे और 31 मई को 5 पैसे की कटौती की गई थी.
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नई दिल्ली: डीजल और पेट्रोल की कीमतों में शुक्रवार (1 जून) को भी कटौती की गई. इस तरह से पिछले तीन दिनों में अबतक डीज़ल 11 पैसा सस्ता हुआ है, जबकि पेट्रोल में कुल 14 पैसे की कमी आई है. शुक्रवार को पेट्रोल 6 पैसे सस्ता हुआ है. इससे पहले पेट्रोल के दाम में बीते 30 मई को 1 पैसे और 31 मई को 7 पैसे की कटौती की गई थी. इस तरह से बीते तीन दिनों में पेट्रोल के दाम में कुल 14 पैसे की कमी आई है. शुक्रवार को डीजल 5 पैसे सस्ता हुआ है. इससे पहले डीजल के दाम में बीते 30 मई को 1 पैसे और 31 मई को 5 पैसे की कटौती की गई थी. इस तरह से बीते तीन दिनों में डीजल के दाम में कुल 11 पैसे प्रति लीटर की कमी आई है.
सरकारी तेल कंपनियों की ओर से जारी कीमत अधिसूचना के अनुसार, दिल्ली मे अब पेट्रोल की कीमत 78.29 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 69.20 रुपए प्रति लीटर होगी. ईंधन की कीमत राज्यों के स्थानीय करों के हिसाब से बदलती हैं. सभी मेट्रो शहरों और अधिकतर राज्यों की राजधानी के मुकाबले दिल्ली में कीमतें सबसे कम हैं.
महानगरों में पेट्रोल की कीमत
दिल्ली - 78.29 रुपए प्रति लीटर, 31 मई की कीमत थी 78.35 रुपए
कोलकाता - 80.92 रुपए प्रति लीटर
मुंबई - 86.10 रुपए प्रति लीटर
चेन्नई - 81.28 रुपए प्रति लीटर
महानगरों में डीजल की कीमत
दिल्ली - 69.20 रुपए प्रति लीटर, 31 मई की कीमत थी 69.25
कोलकाता - 71.75 रुपए प्रति लीटर
मुंबई - 73.67 रुपए प्रति लीटर
चेन्नई - 73.06 रुपए प्रति लीटर
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेल के दाम में कमी तथा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती के कारण यह कटौती हो रही है. स्थानीय बिक्री कर या वैट के आधार पर राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अलग-अलग होती हैं. यह लगातार तीसरा दिन है जब ईंधन के दाम घटे हैं. इससे पहले लगातार 16 दिनों तक इसमें तेजी आयी थी.
'पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने की दूरदर्शी योजना सही समय पर पेश करेंगे'
वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार ने 31 मई को कहा कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से जनता को राहत देने के लिये वह दूरदर्शी योजना पर काम कर रही है और इस कदम की सही समय पर घोषणा की जायेगी.
वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने इंदौर के एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय दाम पिछले दिनों तेजी से बढ़े हैं, जिसका असर देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर भी देखा गया है. केंद्र सरकार इस मूल्यवृद्धि की चिंता करते हुए राज्य सरकार के साथ मिलकर दूरदर्शी योजना बना रही है, ताकि इन ईंधनों की कीमतों को कम किया जा सके और इन्हें आगे भी नियंत्रण में रखा जा सके."
इस योजना के स्वरूप और इसे पेश करने की समयसीमा के बारे में पूछे जाने पर वित्त मंत्री ने कहा, "हम सही वक्त पर इस योजना की घोषणा करेंगे."