Ayodhya Ram Mandir: धर्मनगरी अयोध्या में आस्था का सैलाब उट रहा है. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां तेज है. राम मंदिर के उद्घाटन के साथ ही अयोध्या में अर्थव्यवस्था का पहिया भी तेजी से घूम रहा है. टाटा, ओबऱॉय जैसी कंपनियां अयोध्या में निवेश कर रही है.
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Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी का इंतजार पूरा देश कर रहा है. अयोध्या में राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के भव्य उद्घाटन को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश उत्साहित है. अगर धर्म के नजरिए से इस कार्यक्रम को देखें तो ये आस्था और भक्ति का अवसर दिखेगा, लेकिन अगर अर्थव्यवस्था के चश्मे से देखें तो राम मंदिर विकास की नई बयार लेकर आने वाला है. अयोध्या में राम मंदिर के निर्णाण से इस शहर को धार्मिक पहचान को मिलेगी साथ-साथ कारोबार, व्यापार में जबरदस्त उछाय आएगा.
अयोध्या से अर्थव्यवस्था को मिलेगा बूस्ट
भारत जैसे देश में जहां औसतन एक भारतीय 1 दिन के रुपए 2 हजार 717 सिर्फ धार्मिक यात्राओं पर खर्च करता है. अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था और जीडीपी पर असर पड़ेगा. राम मंदिर से अयोध्या और आस-पास के जिलों को विकास का बूस्टर डोज मिलेगा. टूरिज्म और हॉस्पिटलिटी सेक्टर के लिए यह बड़ा मौका है. होटल इंडस्ट्री, छोटे-व्यापारी और वहां का लोकल उद्योग को बढ़ावा मिलने वाला है. अयोध्या हॉट स्पॉट बनने वाला है. ऐसे में कंपनियां इस मौके को भुनाने को कोई मौका नहीं छोड़ेगी. बड़ी कंपनियां अयोध्या में निवेश कर रही है. होटल इंडस्ट्री में बड़े निवेश के लिए कई डील साइन हो रहे है.
अयोध्या में निवेश
अयोध्या आज देश-दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. धार्मिक केंद्र के तौर इसकी पहचान देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देगी. पर्यटकों की संख्या में बड़े उछाल की संभावना है. ऐसे में टूरिज्म और हॉस्पिटलिटी सेक्टर को बड़ा बूस्ट मिलेगा. होटल, रिजॉर्ट और होमस्टे में निवेश बढ़ रहा है. अयोध्या के मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि अयोध्या में निवेश के लिए अब तक 102 समझौते साइन किए जा चुके हैं. वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन (Global investment summit) के दौरान अयोध्या में सिर्फ पर्यटन के लिए करीब 18,000 करोड़ रुपए के 102 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. उसके बाद भी कंपनियों ने निवेश के लिए ज्ञापन भेजे हैं.
अयोध्या में टूरिज्म सेक्टर को बढ़ावा
दयाल ने बताया कि अयोध्या में अभी 126 प्रोजेक्ट चालू है, 46 के लिए MoU साइन हो चुके हैं. जबकि 80 के साथ एमओयू साइन होने बाकी है. इन 126 प्रोजेक्ट की कॉस्ट 4000 करोड़ से अधिक है. पर्यटकों की संख्या को देखते हुए अयोध्या में 50 नए होटल और रिसॉर्ट तैयार किए जा रहे हैं. ताज, मैरियट, जिंजर, ओबेरॉय, ट्राइडेंट और रेडिसन जैसी बड़ी कंपनियां अयोध्या में निवेश कर रही है. अयोध्या में होटल इंडस्ट्री में चार बड़े प्रोजेक्ट पर 420 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है. पंचे ड्रीमवर्ल्ड एवएलपी 140 करोड़ के निवेश से वहां ओ रामा होटल्स एंड रिसॉर्ट तैयार कर रही है. JLL होटल्स एंड हॉस्पिटैलिटी करीब 350 करोड़ का निवेश कर अयोध्या में सरोवर होटल एंड रिसॉर्ट तैयार कर रही है. वहीं बोतलबंद पानी बनाने वाली कंपनी बिसलेरी ने अयोध्या में ग्रीनफिल्ड प्लांट की घोषणा की है.
रियल एस्टेट को बूस्ट
राम मंदिर बनने के बाद से अयोध्या में रियल एस्टेट को बड़ा बूस्ट मिला है. अयोध्या में प्रॉपर्टी की कीमत 4 गुना बढ़ गई है.एविएशन सेक्टर को अयोध्या ने ताकत दी है. इंडिगो, स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंन ने अयोध्या के लिए फ्लाइट शुरू किया है. अच्छे राजमार्ग एवं सड़कें अयोध्या के साथ देश की इकोनॉमी में बल दे रही है. उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में अयोध्या आने वाले टूरिस्ट की संख्या 3.25 लाख थी. साल 2022 में 85 गुना बढ़कर 2.39 करोड़ हो गई. माना जा रहा है मंदिर के उद्घाटन के बाद यह हर साल 20-25 करोड़ पर पहुंच जाएगी.
अयोध्या पर बरसेगी 'लक्ष्मी'
रामलला के विराजमान होने के साथ ही अयोध्या की अर्थव्यवस्था के साथ ही देश की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा. व्यापारियों के संगठन कंफेडरेसन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स ( CAIT) के एक अनुमान के मुताबिक जनवरी में राम मंदिर के भव्य समारोह के आयोजन के साथ 50 हजार करोड़ का कारोबार होगा.
अयोध्या पर 85000 करोड़ का खर्च
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक अयोध्या को विकसित करने के लिए मास्टर प्लान 2031 तैयार किया गया. अयोध्या पुनर्विकास पर 85000 करोड़ रुपये का खर्च हो रहा है. अगले 10 सालों में ये पूरा हो जाएगा. अयोध्या के इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर टूरिज्म डेवलपमेंट पर खर्च किया जा रहा है.