रतन टाटा की कंपनी TATA ने तैयार किया अगले 5 साल का प्लान, इस सेक्टर में बांटेगी 5 लाख नौकरियां
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रतन टाटा की कंपनी TATA ने तैयार किया अगले 5 साल का प्लान, इस सेक्टर में बांटेगी 5 लाख नौकरियां

सूई से लेकर जहाज बनाने वाली कंपनी, घर की रसोई से लेकर आसमान में राज करने वाली कंपनी टाटा की दर्जनों कंपनियां हैं.

  रतन टाटा की कंपनी TATA ने तैयार किया अगले 5 साल का प्लान, इस सेक्टर में बांटेगी 5 लाख नौकरियां

Tatason Chairman N Chandrasekaran: सूई से लेकर जहाज बनाने वाली कंपनी, घर की रसोई से लेकर आसमान में राज करने वाली कंपनी टाटा की दर्जनों कंपनियां हैं. रतन टाटा के निधन के बाद टाटा ट्रस्ट, जो टाटा की कंपनियों की जिम्मेदारी संभालता है, उसकी कमान उनके सौतेले भाई नोएल टाटा के हाथों में सौंपी गई है, रतन टाटा के जाने के बाद अब कंपनी ने अपने पांच साल की रणनीति तय कर ली है.  कंपनी ने अगले पांच सालों का प्लान तैयार कर लिया है. कंपनी की इस रणनीति के बारे में एन चंद्रशेखरन ने जानकारी दी है.  

5 सालों का प्लान  

टाटा ग्रुप ने अगले 5 साल की रणनीति तय कर ली है. इसके तहत मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में टाटा ग्रुप करीब 5 लाख जॉब देगी.  टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) ने कहा कि देश का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 7.4 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रहा है. कंपनी ने ने भी सेमीकंडक्टर , इलेक्ट्रिक वेहिकल , बैटरी और इससे जुड़े उद्योगों में करीब 5 लाख नौकरियां देने का फैसला किया है. 

विकसित राष्ट्र बनने के लिए 100 मिलियन नौकरियां  पैदा करने की जरूरत 

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की राह में नई नौकरियों को लाए जाने की बात कही है. चंद्रशेखरन ने जोर देकर कहा है कि भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है और देश को बढ़ते कार्यबल की रोजगार जरूरतों को पूरा करने के लिए 10 करोड़ नौकरियों का सृजन करने की जरूरत है. टाटा समूह देश में अधिक से अधिक विनिर्माण नौकरियां बनाने पर भी ध्यान दे रहा है, क्योंकि पूरा इकोसिस्टम भारतीय कंपनियों, विशेषकर 500,000 छोटे और मध्यम उद्यमों (एसएमई) के लिए कई अवसरों से भरा हुआ है.  

इस सेक्टर में बढ़ रहा निवेश  

चंद्रशेखरन के अनुसार, टाटा समूह सेमीकंडक्टर, प्रिसिशन मैन्युफैक्चरिंग, असेंबली, इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी और संबंधित उद्योगों में निवेश कर रहा है, इसलिए वह अगले पांच वर्षों में पांच लाख विनिर्माण नौकरियां पैदा कर सकता है.  सेमीकंडक्टर विनिर्माण जैसे क्षेत्र कई अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा कर सकते हैं. भारतीय गुणवत्ता प्रबंधन फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा हमें विकसित राष्ट्र बनने के लिए 100 मिलियन नौकरियां पैदा करने की जरूरत है.  देश में हर महीने लगभग दस लाख लोग कार्यबल में शामिल होते हैं, जिससे देश के भविष्य के विकास के लिए विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार सृजन आवश्यक हो जाता है. पिछले महीने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाटा संस और ताइवान की पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कारपोरेशन (पीएसएमसी) की नेतृत्व टीम से मुलाकात की, जो गुजरात के धोलेरा में 91,000 करोड़ रुपये की लागत से मेगा सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन फैसिलिटी का निर्माण कर रहे हैं.  

मार्च में, प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में टाटा-पीएसएमसी चिप प्लांट की आधारशिला रखी थी. फैब निर्माण से क्षेत्र में 20,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कुशल नौकरियां पैदा होंगी. असम में टाटा समूह का सेमीकंडक्टर प्लांट प्रतिदिन 4.83 करोड़ सेमीकंडक्टर चिप्स का उत्पादन करेगा, साथ ही चालू होने पर 15,000 प्रत्यक्ष और 13,000 तक अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा करेगा.  टाटा समूह देश में एक नए आईफोन असेंबली प्लांट के लिए तैयार है, जिसके जल्द ही चालू होने की संभावना है. वित्त वर्ष 2024 में नौकरियों में वृद्धि हुई है, भारत के विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार में 7.4 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जिसमें 1.3 मिलियन नई नौकरियां पैदा हुईं जो वित्त वर्ष 2022 में 1.1 मिलियन थीं. इनपुट-भाषा

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