प्राप्त जानकारी के मुताबिक टेकओवर नियमों में अहम बदलाव पर फैसला आने की उम्मीद है. इसके अलावा ओपन ऑफर में देरी पर 10% सालाना ब्याज का सुझाव, रेगुलेटरी मंजूरी के अलावा दूसरी वजहों से देरी पर ब्याज, कानूनी, वैल्युएशन विवाद जैसे अहम मुद्दों पर बोर्ड की सहमति बनने की उम्मीद है.
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नई दिल्ली: पूंजी बाजार नियामक SEBI 25 जून यानी गुरुवार को अपनी अहम बोर्ड की बैठक करने जा रहा है. भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की इस अहम बैठक में कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है. इनमें सबसे अहम चीनी कंपनियों से जुड़ा है.
चीनी निवेश पर चर्चा की उम्मीद
जानकारों का कहना है कि सेबी बोर्ड की बैठक में चीनी कंपनियों की ओर से आ रहे विदेशी निवेश (FPI) पर चर्चा होने की उम्मीद है. भारत-चीन सीमा विवाद के बीच SEBI चीन से आने वाले प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष निवेश पर भी विस्तार से चर्चा करेगा. खास तौर पर इन निवेशों पर निगरानी बढ़ाने या सीमा तय करने संबंधि मुददों पर कोई फैसला भी हो सकता है.
कपंनियों के टेकओर नियमों में अहम बदलाव पर हो सकता है फैसला
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सेबी टेकओवर नियमों में अहम बदलाव पर फैसला आने की उम्मीद है. इसके अलावा ओपन ऑफर में देरी पर 10% सालाना ब्याज का सुझाव, रेगुलेटरी मंजूरी के अलावा दूसरी वजहों से देरी पर ब्याज, कानूनी, वैल्युएशन विवाद, शिकायत से देरी होने पर ब्याज और देरी पर सभी तरह के शेयर होल्डर्स को ब्याज की सिफारिश जैसे अहम मुद्दों पर बोर्ड की सहमति बनने की उम्मीद है.
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अधिकारियों का कहना है कि ओपन ऑफर में बल्क, ब्लॉक डील से भी शेयर खरीद पर बोर्ड फैसला ले सकता है. साथ ही ओपन ऑफर की 100% रकम अलग खाते में जमा करने के सुझाव पर अमल किया जा सकता है. जानकारों का कहना है कि प्रिफरेंशियल इश्यू की कीमत में रियायत के मुद्दे पर भी सहमति बन सकती है.