Chandrayaan: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के ऐतिहासिक तीसरे चंद्र मिशन के तहत चंद्रयान के चंद्रमा की सतह पर उतरते ही भारत ने इतिहास रच दिया. बुधवार को चंद्रमा पर चंद्रयान-3 ने सफलतापूर्वक लैंडिंग की.
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ISRO: भारत ने इतिहास रच दिया है और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कदम रखने वाला भारत पहला देश बन गया है. भारत के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर हुई. इसके बाद देश-विदेश से बधाईयों का तांता लग गया है. इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने चंद्रयान-3 की सफलता को ऐतिहासिक क्षण बताया. उन्होंने कहा कि यह देश के अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी विनिर्माण क्षेत्र को गति देगा.
चांद पर भारत
शक्तिकान्त दास ने कहा, “कुछ समय पहले, हम सभी ने इतिहास बनते हुए देखा जब इसरो के प्रमुख ने गर्व से घोषणा की कि भारत अब चंद्रमा पर है. मैं आप सभी लोगों के साथ मिलकर इसरो की पूरी टीम, वैज्ञानिकों और इस परियोजना की सफलता से जुड़े सभी लोगों को बधाई देता हूं.” इसके साथ ही उद्योग जगत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भारत के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर खुशी जताते हुए कहा कि यह पूरे देश के लिए एक गौरवशाली पल है.
भारत पहला देश
चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम बुधवार शाम करीब छह बजे चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सुरक्षित उतरने में सफल रहा. भारत यह उपलब्धि पाने वाला पहला देश है. इसको लेकर अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को एक ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा, "बधाई, इसरो. आप वास्तव में देश के गौरव हैं. अंतरिक्ष अभियानों का अंजाम देने की क्षमता उस देश के विश्वास को दर्शाती है और यह भारत का वक्त है. यह भारत के 1.4 अरब लोगों के लिए ऐतिहासिक पल है, जय हिंद."
गौरवशाली पल
वहीं, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एक बयान में कहा, "यह प्रत्येक भारतीय के लिए गौरवशाली पल और भारत की अंतरिक्ष एवं प्रौद्योगिकी यात्रा में एक यादगार मुकाम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इसरो की पूरी टीम को बधाई. यह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा."
दी बधाई
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने इस उपलब्धि पर इसरो को धन्यवाद देते हुए कहा, "सितारों तक पहुंचने का इरादा रखने का तरीका बताने के लिए आपको धन्यवाद. आपने अपनी क्षमताओं में यकीन करना सिखाया. आपने दिखाया कि नाकामी से किस तरह निपटना है और उसका इस्तेमाल फिर से उठ खड़े होने के लिए करना है."
ऐतिहासिक मुकाम
शेयर बाजार एनएसई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आशीष कुमार चौहान ने कहा कि यह उल्लेखनीय उपलब्धि भारत के अंतरिक्ष अभियान में एक ऐतिहासिक मुकाम है. यह हमारे जुझारूपन और प्रतिभा को भी दर्शाता है. (इनपुट: भाषा)