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बेसमेंट पढ़ाने के लिए नहीं होते... अवध ओझा ने तोड़ी चुप्पी, कहा बिना सख्त कानून के नहीं रुकेंगी ऐसी घटनाएं

Avadh Ojha: अवध ओझा ने दिल्ली कोचिंग घटना के बाद चुप्पी तोड़ते हुए कहा मैं तत्काल सुधारों की मांग कर रहा हूं. बेसमेंट में सभी क्लासेस पर प्रतिबंध लगाए जाएं, कोचिंग सेंटर की क्षमता को अधिकतम 200 छात्रों तक सीमित करें और इस तरह की लापरवाही के लिए आजीवन कारावास लागू किया जाए.

बेसमेंट पढ़ाने के लिए नहीं होते... अवध ओझा ने तोड़ी चुप्पी, कहा बिना सख्त कानून के नहीं रुकेंगी ऐसी घटनाएं

Avadh Ojha: दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर में राऊ आईएएस स्टडी सर्किल बिल्डिंग के बेसमेंट में भारी बारिश के बाद पानी भर जाने से शनिवार शाम तीन छात्रों की दुखद मौत हो गई. इस घटना के बाद राजिंदर नगर में कोचिंग संस्थानों के बाहर छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है, जिसमें छात्रों ने निराशा व्यक्त की है कि उनकी मांगें पूरी नहीं की गई हैं.

इस घटना के बाद से ही टीचर विकास दिव्यकीर्ति और अवध ओझा ने शुरू में चुप्पी साधे रखी, जिससे छात्रों में गुस्सा और भड़क गया. हालांकि, मंगलवार को विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि उन्हें गलत तरीके से निशाना बनाया गया है क्योंकि हर कोई ऐसी स्थिति में बलि का बकरा ढूंढता है. इस बीच, अवध ओझा ने एक वीडियो जारी कर सरकार से भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए सख्त कानून लागू करने का आग्रह किया है.

समाचार चैनल से बात करते हुए अवध ओझा ने छात्रों के बीच बढ़ते गुस्से और दिल्ली में हाल ही में हुई दुखद घटना के मद्देनजर कोचिंग सेंटर की सुरक्षा को लेकर व्यापक मुद्दों को संबोधित किया है.

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अवध ओझा ने कहा "आज ऑनलाइन कोचिंग की एफिशिएंसी को देखते हुए, मैं छात्रों से ऑनलाइन उपलब्ध रिसोर्स का लाभ उठाने का आग्रह करता हूं. ऑनलाइन कोचिंग में शिक्षा की वही गुणवत्ता प्रदान की जा रही है, जो ऑफलाइन क्लासेस में. वहीं, ऑनलाइन कोचिंग के जरिए आप अपने घर में आराम से परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं."

उन्होंने कहा "इस तरह ही की विभिन्न कठिनाइयों से निपटने का एक बेहतरीन तरीका ऑनलाइन क्लासेस को अपनाना है."

जब उनसे और विकास दिव्यकीर्ति से देर से अपने जवाब देने के बारे में पूछा गया, तो ओझा ने कहा, "मैंने अपनी छवि बचाने की कोशिश नहीं की. मैं फोर पॉइंट प्रोग्राम के साथ आगे आया हूं."

अवध ओझा ने कहा "मैं तत्काल सुधारों की मांग कर रहा हूं: बेसमेंट में सभी क्लासेस पर प्रतिबंध लगाए जाएं, कोचिंग सेंटर की क्षमता को अधिकतम 200 छात्रों तक सीमित करें, लापरवाही के लिए आजीवन कारावास लागू करें, और यूपीएससी-चयनित छात्रों की वार्षिक लिस्ट अनिवार्य करें."

छात्रों ने ओझा की उपस्थिति और मार्गदर्शन की तीव्र इच्छा व्यक्त करते हुए कहा, "हमें अपने टीचर्स से कोई समस्या नहीं है; हम उनका समर्थन चाहते हैं."

ओझा ने जवाब दिया, "ये केवल विद्रोही बच्चे नहीं हैं; वे समझदार छात्र हैं. मैं उनकी सुरक्षा और अनुपालन संबंधी मुद्दों को संबोधित करने का वादा करता हूं."

उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि, "जहां घटना हुई, वहां कोचिंग सेंटर के मालिक की तस्वीर क्यों नहीं दिखाई गई?"

ओझा ने कहा कि बेसमेंट पढ़ाने के लिए नहीं होते.

उन्होंने आगे कहा "मेरे कोचिंग सेंटर, अवध ओझा क्लासेस, जो कल्याण ज्वेलर्स के ऊपर तीसरी मंजिल पर है, उसमें बिल्डिंग के मालिक ने एक बार सुझाव दिया था कि हम 4 लाख की छूट के लिए बेसमेंट में चले जाएं. मैंने मना कर दिया क्योंकि मैंने पहले बेसमेंट में पढ़ाया था और वहां घुटन महसूस होती थी. यहां तक ​​कि मेरे एक सहकर्मी की मौत भी बेसमेंट में पढ़ाते समय हो गई थी. बेसमेंट पढ़ाने के लिए नहीं होते."

ओझा ने घटना से निपटने के तरीके की आलोचना करते हुए कहा, "ध्यान केवल दो व्यक्तियों पर चला गया है, जबकि वास्तव में जिम्मेदार व्यक्ति का नाम अभी तक उजागर नहीं किया गया है."

ओझा ने छात्रों को आश्वस्त करते हुए कहा, "मैं सभी छात्रों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैं उनके साथ खड़ा हूं. अगर दस छात्र मुझसे संपर्क करते हैं, तो मैं सरकार से उनके मुद्दों को संबोधित करने और हल करने की वकालत करूंगा."

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