दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 9वीं कक्षा में 1 लाख से अधिक और 11वीं में 50,000 बच्चे हुए फेल
Advertisement
trendingNow12330549

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 9वीं कक्षा में 1 लाख से अधिक और 11वीं में 50,000 बच्चे हुए फेल

Delhi Government School: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले 1,01,331 बच्चे एकेडमिक सेशन 2023-24 में फेल हुए हैं, जबकि 11वीं कक्षा में 51,914 बच्चे परीक्षा पास करने में असफल रहे हैं.

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 9वीं कक्षा में 1 लाख से अधिक और 11वीं में 50,000 बच्चे हुए फेल

Delhi Government School: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में एकेडमिक सेशन 2023-24 में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक लाख से अधिक छात्र एनुअल परीक्षा में फेल हो गए हैं. इसी तरह 8वीं में 46 हजार से अधिक और 11वीं में 50 हजार से अधिक छात्र एनुअल परीक्षा पास नहीं कर सके.

दिल्ली शिक्षा निदेशालय (DDE) ने सूचना के अधिकार (RTI) एक्ट के तहत पीटीआई भाषा के संवाददाता द्वारा दायर एक आवेदन के जवाब में यह जानकारी दी है.

दिल्ली में 1,050 सरकारी स्कूल और 37 डॉ बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस स्कूल हैं.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले 1,01,331 बच्चे एकेडमिक सेशन 2023-24 में फेल हुए हैं, जबकि 2022-23 में 88,409 छात्र, 2021-22 में 28,531 और 2020-21 में 31,540 छात्र फेल हुए थे.

वहीं, एकेडमिक सेशन 2023-24 में 11वीं कक्षा में 51,914 बच्चे, 2022-23 में 54,755, 2021-22 में 7,246 और 2020-21 में केवल 2,169 बच्चे फेल हुए थे.

डीडीई के अनुसार, शिक्षा के अधिकार के तहत 'नो-डिटेंशन पॉलिसी' रद्द होने के बाद एकेडमिक सेशन 2023-24 में 8वीं कक्षा में 46,622 छात्र फेल हुए हैं. 

दिल्ली शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर पीटीआई-भाषा को बताया, "दिल्ली सरकार की नई 'प्रोमोशन पॉलिसी' के तहत, अगर 5वीं से 8वीं कक्षा के छात्र एनुअल एग्जाम में फेल हो जाते हैं, तो उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएगा. लेकिन उन्हें दोबारा परीक्षा के जरिए दो महीने के भीतर अपने प्रदर्शन को सुधारने का एक और मौका मिलेगा."

उन्होंने आगे कहा कि री-एग्जामिनेशन में पास होने के लिए हर एक सब्जेक्ट में 25 प्रतिशत अंक प्राप्त करना आवश्यक है, ऐसा न करने पर विद्यार्थी को 'रिपीट कैटेगरी' में डाल दिया जाएगा, जिसका मतलब है कि विद्यार्थी को अगले सेशन तक उसी कक्षा में रहना होगा.

Trending news