5 Skills for a Job: टेक्नोलॉजी और खास स्किल के साथ, कम्यूनिकेशन और प्रॉबलम सॉल्विंग जैसे सॉफ्ट स्किल्स आज के जॉब मार्केट में समान तौर पर ज़रूरी हैं.
Trending Photos
Future Job Skills: आज की मौजूदा दुनिया में, टेक्नोलॉजिकल प्रोग्रेस और इंडस्ट्री के बदलते ट्रेंड्स के कारण जॉब मार्किट तेजी से उभर रहा है, नये स्किल्स सेट की डिमांड रोजगार की संभावना पैदा कर रही है. प्रोफेशनल्स से अब सीरियस और कंपटीटिव बने रहने के लिए टेक्निकल एक्सपर्ट, सॉफ्ट स्किल्स और किसी इंडस्ट्री एक्सपर्ट का जानकार होने की उम्मीद की जाती है. हाल के एक सर्वे के मुताबिक, इंडियन जॉब मार्किट में पर्याप्त बढ़ोतरी होने की संभावना है, जिसमें वर्कफ़ोर्स की बढ़ोतरी से जुड़ा बढ़ोतरी का संकेत दिया गया है.
फाइनेंशियल ईयर 25 की पहली छमाही (अप्रैल - सितंबर) के लिए, वर्कफ़ोर्स के 6.33 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है, जो, फाइनेंशियल ईयर 24 की दूसरी छमाही (अक्टूबर - मार्च) में देखी गई 4.2 फीसदी की बढ़ोतरी से बेहतर है. वर्तमान और भविष्य के जॉब मार्किट में सबसे ज़्यादा मांग में रहने वाले स्किल्स को समझना कंपटीटिव बने रहने के लिए ज़रूरी है. शार्ड सेंटर फॉर इनोवेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज कुमार सिंह ने स्किल्स बताए गए हैं जो भविष्य के जॉब मार्किट में डिमांड में हो सकते हैं और ट्रेंड्स में बने रहने की उम्मीद है.
डिजिटल लिट्रेसी
जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी आगे बढ़ती जा रही है, डिजिटल लिट्रेसी सभी बिजनेस के लिए एक ज़रूरी स्किल बन गई है. कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज से परे, इसमें डिजिटल टूल का इस्तेमाल करने, डेटा मैनेजमेंट करने और उभरती हुई टेक्नोलॉजीज़ को समझने में महारत हासिल है. डेटा साक्षरता में डेटा को सफलता से पढ़ने, एक्सप्लेन करने और फायदे उठाने की क्षमता शामिल है.
डेटा की एक्यूरेसी और नैतिक उपयोग सुनिश्चित करना भी डेटा मैनेजमेंट में विश्वास और क्वालिटी बनाए रखने के लिए जरूरी है. चूंकि डेटा वॉल्यूम का विस्तार जारी है और इंडस्ट्री तेजी से डेटा - ड्रिवन स्ट्रेटजीज को अपना रहे हैं, डेटा लिट्रेसी सभी बिजनेस के लिए बेसिक स्किल बनने के लिए तैयार है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग प्रोसेस को ऑटोमेटेड करके, फैसले लेने की क्षमता को बढ़ाकर और प्रीडिक्टिव एनालिसिस को उस लायक बनाकर इंडस्ट्री में अलग-अलग बदलाव ला रहे हैं. AI में परफेक्ट प्रोफेशनल एल्गोरिदम बना सकते हैं, इंटेलीजेंट सिस्टम बना सकते हैं, और बहुत ज़्यादा पेचीदा समस्याओं का समाधान करने के लिए मशीन-लर्निंग से जुड़ी तकनीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं. डेटा साइंटिस्ट्स, एआई इंजीनियर्स और रिसर्च साइंटिस्ट्स जैसे पदों के लिए इस फील्ड में नॉलेज जरूरी है.
साइबर सिक्योरिटी
जैसे-जैसे साइबर खतरे बढ़ते जा रहे हैं, साइबर सिक्योरिटी में एक्सपर्टीज जरूरी होती जा रही हैं. आज के डिजिटल युग में, जहां बड़ी संख्या में कॉन्फिडेंशियल डेटा को ऑनलाइन इकट्ठा कर ब्रॉडकास्ट किया जाता है, कंपनियों/ संस्थानों को साइबर हमलों के बढ़ते खतरों का सामना करना पड़ता है जिससे वित्तीय नुकसान, शाख को नुकसान और कानूनी विवाद हो सकते हैं.
एडवांस साइबर स्किल वाले प्रोफेशनल इन खतरों से बचाव करने में खास भूमिका निभाते हैं. वे खतरे का पता लगाने में एक्सपर्ट होते हैं, जिसमें नुकसान पहुंचाने से पहले संभावित सुरक्षा कमियों की पहचान करना शामिल है. इसके लिए अलग-अलग तरह के साइबर खतरों की गहरी समझ की जरूरत होती है, जिसमें मैलवेयर और फिशिंग हमलों से लेकर रैनसमवेयर और जीरो-डे एक्सप्लॉइट जैसी ज़्यादा एडवांस स्ट्रेटजी शामिल हैं.
Success Story: कौन हैं लखनऊ के DM? IAS बनने से पहले 3 बार हुए थे UPSC में फेल
क्लाउड कंप्यूटिंग
क्लाउड कंप्यूटिंग भी स्केलेबल, फ्लेक्सिबल और किफायती समाधान प्रदान करके संस्थानों द्वारा उनके टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर को संभालने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है. Amazon Web Services, Microsoft Azure और Google Cloud जैसे प्रमुख क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म्स में एक्सपर्टीज आईटी प्रोफेशनल्स के लिए जरूरी हो गई हैं.
कौन हैं DM अनुज सिंह? जिन्होंने स्टेनो को ऑन द स्पॉट कर दिया सस्पेंड, SDM को भी हटाया