बीच समंदर दो खंबों पर बसा है दुनिया का सबसे छोटा देश, जिसे गूगल मैप पर भी नहीं कर पाएंगे सर्च, बिना वीजा 'No Entry'
Advertisement
trendingNow12477301

बीच समंदर दो खंबों पर बसा है दुनिया का सबसे छोटा देश, जिसे गूगल मैप पर भी नहीं कर पाएंगे सर्च, बिना वीजा 'No Entry'

Smallest Country: आपने दुनिया के सबसे छोटे देश के रूप में वैटिकन सिटी का सुना होगा, लेकिन इससे भी छोटा एक देश है, जिसे इंटरनेशनल लेवल पर मान्यता तो नहीं मिली है, लेकिन कई कारणों से इसे सबसे छोटा देश माना जाता है. चलिए जानते हैं इसकी इतिहास...

बीच समंदर दो खंबों पर बसा है दुनिया का सबसे छोटा देश, जिसे गूगल मैप पर भी नहीं कर पाएंगे सर्च, बिना वीजा 'No Entry'

Smallest Country Sealand: दुनिया के सबसे छोटे देश के तौर पर वेटिकन सिटी को मान्यता मिली है, लेकिन एक दुनिया में एक ऐसी जगह हैं, जिसे अगर इंटरनेशनल लेवल पर मान्यता मिल जाए तो यह वेटिकन सिटी से यह दर्जा छिन लेगी.  हालांकि, यहां के लोगों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता, वे अपनी इस जगह को एक देश के तौर पर घोषित कर चुके हैं. हालांकि, इसे यूं ही दुनिया का सबसे छोटा देश नहीं कहा जा रहा, इसके पास ऐसी कई वजह हैं. चलिए जानते हैं आखिर ऐसा कौन सा देश हैं और क्या है इस अनोखे देश की कहानी...

समुद्र के बीचों बीच बसा है माइक्रो नेशन
यह उत्तरी सागर में स्थित एक छोटा देश है, जिसे सीलैंड के नाम से जाना जाता है. नाम से ही स्पष्ट होता है कि ये चारों तरफ से समुद्र से घिरा हुआ है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ये देश समंदर के बीच केवल दो खंभों पर बसा है. वहीं, वेटिकन सिटी को इंटरनेशनल लेवल पर 'Smallest Country of World' की मान्यता मिली हुई है. वहीं, सीलैंड एक माइक्रो नेशन है, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसी कोई मान्यता नहीं मिली है, लेकिन वीजा लेने के बाद ही आप इस देश में जा सकते हैं. 

सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान हुआ था निर्माण
दुनिया में सीलैंड एकमात्र ऐसा देश है, जहां की कुल आबादी 30 से भी कम है. 2011 की जनगणना के अनुसार, यहां केवल 27 लोगों की आबादी है. नॉर्थ सी में स्थित सीलैंड इंग्लैंड के सफोल्क के तट से करीब 6.5 मील (लगभग 10 किलोमीटर) दूर है. यह देश खंडहर हो चुके एक समुद्री किले पर बसा है, जिसे 1942 में सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान ब्रिटेन ने जर्मन हमलावरों से तट की सुरक्षा के लिए बनाया गया था और फिर बाद में इसे खाली कर दिया गया. 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 1967 में पूर्व ब्रिटिश सेना प्रमुख रॉय बेट्स ने सीलैंड को खरीदकर इसे एक आजाद देश घोषित कर दिया. इतना ही नहीं उन्होंने खुद को सीलैंड का प्रिंस घोषित किया और अपना नाम प्रिंस रॉय रखा. इसके बाद उन्होंने यहां के लिए पासपोर्ट और टिकटें भी जारी की. उनकी मौत के बाद सीलैंड पर उनके बेटे माइकल का शासन है. जानकारी के मुताबिक इस छोटे से देश की एक वेबसाइट भी है. sealandgov.org पर जाकर इस देश के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती हैं. वहीं, प्रिंसिपैलिटी ऑफ सीलैंड के नाम से फेसबुक पेज भी है. वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक सीलैंड का अपना नेशनल फ्लैग, राष्ट्रगान और करेंसी भी है. 

बेहतरीन टूरिस्ट प्लेस
यूके समेत कई देश सीलैंड को एक देश के रूप में मान्यता नहीं देते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि कई ग्रुप हैं, जो इसे हथियाना चाहते हैं. बताया जाता है कि जब सबसे पहले लोगों को इस जगह के बारे में जानकारी हुई तो लोगों ने खूब डोनेशन दिया और यहां लोगों को मदद भी मिली. इस तरह आगे चलकर यहां टूरिस्ट पहुंचने लगे. अब यह देश एक बेहतरीन टूरिस्ट प्लेस बन चुका है. 

Trending news