Success Story: आईएएस ने सक्सेस के लिए इस मंत्र को किया फॉलो और आ गया UPSC की फाइनल लिस्ट में नाम
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Success Story: आईएएस ने सक्सेस के लिए इस मंत्र को किया फॉलो और आ गया UPSC की फाइनल लिस्ट में नाम

Deepak Dwivedi UPSC: सिविल सर्विस में शामिल होने के लिए दीपक को प्रेरणा आईएएस अधिकारी सौम्या पांडे से मिली, जो वर्तमान में कानपुर देहात में सीडीओ के रूप में तैनात हैं.

Success Story: आईएएस ने सक्सेस के लिए इस मंत्र को किया फॉलो और आ गया UPSC की फाइनल लिस्ट में नाम

Deepak Dwivedi Success Stroy: यूपीएससी सीएसई में सफलता हासिल करने के लिए दीपक द्विवेदी ने एक मंत्र का पालन किया. उनका नाम AIR 25 के CSE 2021 की रिजर्व लिस्ट में आया था. यह उनका चौथा प्रयास था, और जाहिर है, परीक्षा को क्रैक करने का दबाव ज्यादा था. यहां तक कि तीन असफलताओं का सामना करते हुए उन्होंने कभी भी उम्मीद नहीं छोड़ी और खुद भी उन्होंने कड़ी मेहनत की, अपना बेस्ट दिया और कभी भी खुद की तुलना दूसरों से नहीं की. 

दीपक द्विवेदी के पिता जानकी शरण द्विवेदी एक पत्रकार थे. दीपक का जन्म और पालन-पोषण उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में हुआ. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा नवोदय विद्यालय, गोंडा से की और उसके बाद, मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, इलाहाबाद से सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया. दीपक द्विवेदी ने जिस मंत्र को फलो किया वह है 'नेवर लूज होप'. मतलब कभी उम्मीद मत छोड़ो.

सिविल सर्विस में शामिल होने के लिए दीपक को प्रेरणा आईएएस अधिकारी सौम्या पांडे से मिली, जो वर्तमान में कानपुर देहात में सीडीओ के रूप में तैनात हैं. वह कहते हैं कि वह उनके कॉलेज की सीनियर थीं और वह उनकी सफलता से बहुत प्रेरित था. इसी तरह उनके कॉलेज के एक आईपीएस अधिकारी, जिन्होंने यूपीएससी सीएसई में एआईआर 102 हासिल की थी, ने भी उन्हें उस रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया.

2016 में ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर से उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी और 2017 में उन्होंने अपनी पहली नौकरी से इस्तीफा दे दिया और पूरी ऊर्जा और तैयारी पर ध्यान देने के लिए दिल्ली आ गए.

दीपक ने 2021 में अपने फोर्थ अटेंप्ट में परीक्षा पास की. यह दूसरी बार था जब वे इंटरव्यू के लिए उपस्थित हुए. 2020 में भी वे इंटरव्यू में शामिल हुए थे, लेकिन फाइनल लिस्ट में उनका नाम नहीं था. उन्होंने सिर्फ पॉलिटिकल साइंस की कोचिंग ली, जो उनका ऑप्शनल सब्जेक्ट था. जनरल स्टडीज की तैयारी उन्होंने खुद की. प्रीलिम्स क्लियर करने के बाद उन्होंने मेन्स की तैयारी के लिए क्रैश कोर्स और टेस्ट सीरीज ली थीं.

सभी उम्मीदवारों को दीपक द्विवेदी की सलाह है कि उनके लिए काम करने वाले मंत्र का पालन करें - खुद पर विश्वास करें, कड़ी मेहनत करें और अपना बेस्ट दें. उन्होंने कहा, "इसमें समय लग सकता है, लेकिन निश्चित रूप से, एक दिन आप सफलता प्राप्त करेंगे."

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