IIM इंदौर में शुरू होगा मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज का सेकंड बैच, दो वर्षीय कोर्स में दाखिले की घोषणा
Advertisement
trendingNow12511781

IIM इंदौर में शुरू होगा मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज का सेकंड बैच, दो वर्षीय कोर्स में दाखिले की घोषणा

IIM Indore Admisisons: IIM इंदौर ने अपने मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज कार्यक्रम में प्रवेश की घोषणा कर दी है, यह सेकंड बैच होगा. एमएमस प्रोग्राम पेशेवरों को लीडरशिप स्किल सिखानेन और जटिल व्यावसायिक माहौल को नेविगेट करने में कैपेबल बनाता है. 

IIM इंदौर में शुरू होगा मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज का सेकंड बैच, दो वर्षीय कोर्स में दाखिले की घोषणा

Master of Management Studies programm: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM ) इंदौर ने अपने मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (MMS) कार्यक्रम के दूसरे बैच में प्रवेश की घोषणा कर दी है. इस दो वर्षीय मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज कोर्स का मकसद तेजी से डायनामिक और टेक्नोलॉजी संचालित बिजनेस वर्ल्ड में आगे बढ़ने के लिए जरूरी स्किल्स के साथ प्रोफेशनल्स को सशक्त बनाना है. यहां जानिए एमएमएस कार्यक्रम के बारे में...

अपस्किलिंग की बढ़ती मांग को पूरा करना
ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल (GMAC) की एक हालिया रिपोर्ट भारत में बेहतर मैनेजमेंट एजुकेशन हासिलकरने वाले पेशेवरों के बीच बढ़ते रुझान पर प्रकाश डालती है. रिपोर्ट के अनुसार, 19% भारतीय पेशेवर सक्रिय रूप से कार्यकारी एमबीए करने पर विचार कर रहे हैं, 39% बैचलर्स अपना कोर्स पूरा करने के बाद पदोन्नति प्राप्त कर रहे हैं. यह डेटा विशेष रूप से एमबीए स्नातकों के बीच अपस्किलिंग की बढ़ती मांग को दिखाता है, जिनकी विभिन्न उद्योगों में नियोक्ताओं द्वारा उच्च मांग बनी हुई है.  इस जरूरत को पूरा करने के लिए आईआईएम इंदौर के एमएमएस कार्यक्रम को डिज़ाइन किया गया है. 

जानिए एमएमएस कार्यक्रम के बारे में:
दो वर्षीय मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज कार्यक्रम प्रतिभागियों को 900 घंटे सीखने की पेशकश करता है. 
मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज प्रोग्राम का उद्देश्य स्टूडेंटिस को फाइनेंस, मार्केटिंग, ऑपरेशनंस, डिसिजन एनालिटिक्स, रणनीतिक प्रबंधन और एचआरएम को कवर करने वाले कंप्रेंसिव मॉड्यूल के माध्यम से क्रॉस-फ़ंक्शनल कैपेसिटी डेवलप करने में सक्षम बनाना है.

एमएमएस कार्यक्रम एक उन्नत इंटरएक्टिव लर्निंग प्लेटफॉर्म के जरिए और डायरेक्ट-टू-डिवाइस मोड में स्टूडेंट्स तक पहुंचना है. कार्यक्रम में 12-दिवसीय ऑन-कैंपस इमर्जन और एक लास्ट सेमेस्टर कैपस्टोन प्रोजेक्ट शामिल है, जिसका उद्देश्य स्टूडेंट्स को वास्तविक दुनिया की व्यावसायिक चुनौतियों के लिए क्लास कॉन्सेप्ट को लागू करने में सक्षम बनाना है.

आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमांशु राय ने कहा, "एक प्रमुख संस्थान के रूप में संस्थान अपने संबंधित क्षेत्रों में सार्थक प्रभाव डालने के इच्छुक युवाओं के लिए प्रोफेशनल एजुकेशन को बढ़ाने के लिए समर्पित है. मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज कार्यक्रम के माध्यम से संस्थान एक ऐसा कोर्स प्रदान करता है जो उन्नत विश्लेषणात्मक उपकरणों के साथ मुख्य व्यावसायिक सिद्धांतों को जोड़ता है. इसके साथ ही स्टूडेंटिस को प्रभावी ढंग से रणनीति बनाने और लचीली लीडरशिप स्किल्स डेवलप करने के लिए तैयार करता है."

निदेशक ने कहा, "इस कार्यक्रम को न केवल व्यावहारिक व्यावसायिक कौशल, बल्कि नैतिक निर्णय लेने और समावेशिता जैसे महत्वपूर्ण सॉफ्ट स्किल डेवलप करने के लिए भी डिजाइन किया गया है, जो आज के जटिल और लगातार विकसित हो रहे ग्लोबल बिजनेस एनवॉयमेंट में जरूरी है. पहले ग्रुप ने आईटी, फाइनेंस, हेल्थ केयर और विनिर्माण समेत कई उद्योगों के अनुभवी पेशेवरों को आकर्षित किया, जिनमें सीईओ से लेकर सीनियर मैनेजर तक की भूमिकाएं थीं."

Trending news