UP BEd Counseling: इस तारीख से शुरू हो रही है बीएड 2022 की पहली काउंसिलिंग, जान लें ये जरूरी अपडेट्स
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UP BEd Counseling: इस तारीख से शुरू हो रही है बीएड 2022 की पहली काउंसिलिंग, जान लें ये जरूरी अपडेट्स

UP BEd Admission: टीचर बनने का सपना देख रहे स्टूडेंट्स का इंतजार अब खत्म हुआ. 30 सितंबर से बीएड 2022 के पहले चरण की काउंसिलिंग शुरू होने वाली है. इसके साथ हम इस खबर में यूपी बीएड से जुड़ी कुछ जरूरी अपडेट्स के बारे में बात करेंगे.

फाइल फोटो

UP BEd Entrance Exam Result 2022: कुछ लोगों का सपना होता है कि वो आगे चलकर टीचर बनें. आपको बता दें कि टीचर बनने के लिए केंद्र सरकार और अलग-अलग राज्य की सरकारों ने कुछ मानक तय किए हैं. इन्हीं मानकों में एक बीएड यानी बैचलर ऑफ एजुकेशन कौर्स है. इस डिग्री को पास करने के बाद ही आप टीचर बनने की दौड़ में आगे बढ़ सकते हैं. बीएड 2022 की काउंसिलिंग को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है कि इसके पहले चरण की काउंसिलिंग 30 सितम्बर से शुरू हो जाएगी जो कि 31 अक्टूबर तक चलेगी. इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डा. सुधीर एम बोबड़े ने एक संशोधित आदेश जारी किया है. इसके साथ ही बताया गया कि शैक्षिक सत्र की शुरुआत 10 अक्टूबर से होगी. इस दौरान जिनको कॉलेज नहीं मिल पाता है वो 7 से 15 नवम्बर तक पूल काउंसिलिंग के लिए अप्लाई कर सकते हैं. इसके बाद छात्र निजी कॉलेजों में डायरेक्ट काउंसिलिंग के लिए भी जा सकते हैं.

महात्मा ज्योतिबा फूले रुहेलखण्ड विवि ने कराई प्रवेश परीक्षा

उत्तर प्रदेश में बी.एड करने के इच्छुक छात्रों को प्रवेश परीक्षा से होकर गुजरना होता है. गौरतलब है कि इस बार की प्रवेश परीक्षा 6 जुलाई को आयोजित की गई थी. इस प्रवेश परीक्षा का आयोजन बरेली के महात्मा ज्योतिबा फूले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय के देखरेख में किया गया था. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस बार की प्रवेश परीक्षा में करीब 6 लाख 67 से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. इसमें अब तक 6 लाख 15 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों का परिणाम जारी कर दिया गया है. आपको बता दें कि पूरे उत्तर प्रदेश के कुल कॉलेजों को मिलाकर बीएड की यहां 2 लाख 25 हजार सीटें हैं.

B.Ed Course क्या है ?

अगर आप टीचर बनना चाहते हैं तो टीचिंग से जुड़ा हुआ कोई कोर्स आपको करना होता है जिनमें से बीएड (bachelor of education)  एक है. कोई भी छात्र बीएड तभी कर सकता है जब उसके पास ग्रेजुएशन की डिग्री मौजूद हो. बीएड का पाठ्यक्रम दो सालों का होता है. जिसमें आपको टीचर बनने की पूरी ट्रेनिंग दी जाती है. पढ़ाई के दौरान आपको स्कूलों में भेजकर इंटर्नशिप भी कराया जाता है. इंटर्नशिप आपके कोर्स का अहम हिस्सा होता है. इंटर्नशिप के दौरान स्कूलों में जाकर आप बच्चों को बतौर प्रशिक्षु शिक्षक के तौर पर पढ़ाते हैं. 

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