Kushinagar Lok Sabha Election 2024:बुद्ध की धरती कुशीनगर में भाजपा ने रीपीट किया कैंडिडेट, सपा को दी करारी मात.
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Kushinagar Lok Sabha Election 2024:बुद्ध की धरती कुशीनगर में भाजपा ने रीपीट किया कैंडिडेट, सपा को दी करारी मात.

Kushinagar Lok Sabha Chunav 2024 News: कुशीनगर लोकसभा सीट नाम होने के बाद आरपीएन सिंह कांग्रेस के टिकट पर जीते थे. उसके बाद लगातार दो बार से यहां कमल खिल रहा है. आरपीएन भी भाजपा में आ गए हैं. ब्राह्मण समीकरण साधते हुए भाजपा ने यहां अपने सांसद विजय कुमार दूबे पर फिर से भरोसा जताया है.

 

Kushinagar Lok Sabha Election 2024:बुद्ध की धरती कुशीनगर में भाजपा ने रीपीट किया कैंडिडेट, सपा को दी करारी मात.

Kushinagar Lok Sabha Election 2024: आज के कुशीनगर की पहचान बुद्ध काल के कुशीनारा से की जाती है. बताते हैं 12वीं शताब्दी तक कुशीनारा शहर मौजूद था. 20वीं सदी में हुई खुदाई में यहां बौद्ध युग की कई चीजें मिलीं. आगे चलकर गौतम बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थली को एक मंदिर के रूप में बनाया गया. मान्यता यह भी है कि यह क्षेत्र भगवान राम के बेटे कुश की राजधानी थी. आजादी के बाद कुशीनगर देवरिया जिले का हिस्सा था. 1994 में यह नए जिले के रूप में अस्तित्व आया.

कुशीनगर लोकसभा चुनाव 2024 रिजल्ट

यहां 1 जून को अंतिम चरण में वोट डाले गए. दोपहर 3 बजे तक 48.33 प्रतिशत लोग वोट डाल चुके थे. नतीजे 4 जून को आएंगे. 

तब आरपीएन सिंह जीते थे यहां से

कुशीनगर लोकसभा सीट से ही 2009 में कांग्रेस के आरपीएन (रंजीत प्रताप नारायण) सिंह जीतकर संसद पहुंचे थे. अब वह भाजपाई हो गए हैं. इस बार भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेजा है. वह मनमोहन सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहे हैं. 

कुशीनगर पहले पडरौना सीट थी

कुशीनगर नाम से लोकसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आई. इससे पहले क्षेत्र पडरौना के नाम से जाना जाता था. नए नाम से 2009 में पहला चुनाव हुआ था. 2014 में मोदी लहर चली तो कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे आरपीएन सिंह भाजपा के राजेश पांडेय से हार गए. 2019 में भाजपा ने पूर्व विधायक विजय दूबे को टिकट दे दिया और एक बार फिर यहां कमल खिला. कुशीनगर सीट पर इस बार चौथी बार चुनाव हो रहा है. 

कुशीनगर का इतिहास पढ़िए

भाजपा ने विजय कुमार दूबे पर फिर से भरोसा जताया है. वैसे, एक बार यहां से स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन हार गए. इस बार स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में होते तो कांग्रेस और सपा के संयुक्त उम्मीदवार के तौर भाजपा के लिए चुनौती बन सकते थे लेकिन वह चुनाव से पहले ही अलग हो गए. 

कुशीनगर (पडरौना) से जीते सांसद
1952  रामजी वर्मा  सोशलिस्ट पार्टी
1962  काशीनाथ पांडेय  कांग्रेस
1967  काशीनाथ पांडेय  कांग्रेस
1971  गेंदा सिंह  कांग्रेस
1977  रामधारी शास्त्री  जनता पार्टी
1980  सीपीएन सिंह  कांग्रेस
1984  सीपीएन सिंह  कांग्रेस 
1989  बालेश्वर यादव  जनता दल
1991  रामनगीना मिश्र  भाजपा
1996  रामनगीना मिश्र  भाजपा
1998  रामनगीना मिश्र  भाजपा
1999  रामनगीना मिश्र  भाजपा
2004  बालेश्वर यादव  नेलोपा
2009  आरपीएन सिंह  कांग्रेस
2014  राजेश पांडेय  भाजपा 
2019  विजय कुमार दूबे  भाजपा

 

कुशीनगर लोकसभा में 5 विधानसभा सीटें आती हैं. यहां 18 लाख मतदाता हैं, जिसमें 8 लाख महिलाएं हैं. 1991 की रामलहर में यहां से भाजपा को पहली बार जनता ने मौका दिया था. मोदी लहर में फिर से भाजपा का दौर आया. 

200+ लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की लिस्ट देखिए

यहां का जातिगत आंकड़ा देखा जाए तो यह ब्राह्मण, यादव, मुस्लिम और कुशवाहा बेल्ट माना जाता है. बाकी अन्य जातियां भी हैं. 

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