Maharajganj Lok Sabha Chunav Result 2024 : बिहार की महाराजगंज लोकसभा सीट सारण और सिवान जिले के हिस्सों को मिलाकर बनी है. सारण प्रमंडल में पड़ने वाला महाराजगंज एक तरफ गोपालगंज से सटा है तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश की सीमा से भी सटा है. चुनाव आयोग के शेड्यूल के मुताबिक, यहां छठे फेज में 25 मई को वोटिंग होनी है.
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Maharajganj Lok Sabha Chunav Result 2024: बिहार की 40 लोकसभा सीटों में एक महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र सारण और सिवान दोनों जिलों के कुछ इलाकों को मिलाकर बना है. सारण प्रमंडल में पड़ने वाला महाराजगंज एक तरफ गोपालगंज से सटा है तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश की सीमा से भी सटा है. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आयोग ते शेड्यूल के मुताबिक, महाराजगंज सीट पर छठे फेज में 25 मई को वोटिंग होने वाली है.
महारागंज में क्या है मौजूदा सियासी समीकरण
महारागंज लोकसभा सीट पर वोटिंग में भले ही अभी देर है, लेकिन सियासी सरगर्मियां काफी तेज हो चुकी है. एनडीए में सीटों के समझौते के मुताबिक महाराजगंज भाजपा के खाते में गई है. भाजपा यहां से निवर्तमान सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतार सकती है. वहीं, विपक्षी गठबंधन में यहां से राजद के प्रत्याशी ताल ठोकेंगे. दो बार के सांसद सिग्रीवाल को विपक्ष कितनी चुनौती दे पाता है, इसका पता तो नतीजे आने के बाद ही चलेगा.
आम चुनाव 2019 में महाराजगंज का जनादेश
मोदी लहर में दूसरी बार हो रहे लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को मैदान में उतारा था. वहीं राजद से रणधीर सिंह चुनावी मैदान में थे. इन दोनों प्रमुख उम्मीदवारों के अलावा 9 और प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे. भाजपा के जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को इस चुनाव में 5,46,352 वोट मिले थे. बड़े अंतर से जीत दर्ज कर सिग्रीवाल सांसद बने थे. राजद के रणधीर सिंह को 3,15,580 वोटों से संतोष करना पड़ा. बसपा के टिकट पर लड़े अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव ने भी 25 हजार से ज्यादा लोगों का समर्थन हासिल किया. हालांकि, कई प्रत्याशियों को तो नोटा (NOTA) से भी कम वोट मिले थे.
महाराजगंज लोकसभा सीट का चुनावी इतिहास
महाराजगंज लोकसभा सीट से ज्यादातर राजपूत और भूमिहार बिरादरी के ही सांसद चुने जाते रहे हैं. इस महाराजगंज लोकसभा सीट से ही साल 1989 में देश के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर चुनाव लड़े और संसद पहुंचे थे. ये सीट पहले कांग्रेस और फिर जनता दल का मजबूत गढ़ रही है. इसके बाद राजद ने भी यहां से दो बार जीत हासिल की. राजपूत बहुल इस सीट पर मुस्लिम-यादव समीकरण का भी रोल होता है.
लोकसभा चुनाव 2014 में महाराजगंज सीट से भाजपा के उम्मीदवार जनार्दन सिंह सिग्रीवाल पहली बार जीते थे. उन्होंने दबंग छवि के राजद नेता प्रभुनाथ सिंह को मात दी थी. सिग्रीवाल को 3,20,753 वोट मिले थे, जबकि प्रभुनाथ सिंह को 2,82,338 वोट हासिल हुए थे. एक और बाहुबली नेता मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह 1,49,483 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे थे.
महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र का सियासी समीकरण
महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के तहत विधानसभा की 6 सीटें आती हैं. इनमें गोरियाकोठी, महाराजगंज, एकमा, मांझी, बनियापुर और तरैया शामिल हैं. इन 6 सीटों में से 4 सीटें (एकमा, मांझी, बनियापुर और तरैया) सारण जिले में आते हैं और बाकी के दो (गोरियाकोठी और महाराजगंज) सीवान जिले में आती हैं.
महाराजगंज में राजपूत वोटरों की संख्या अधिक है. इसलिए इसे बिहार का चित्तौड़गढ़ भी कहा जाता है. इसके अलावा यादव समुदाय की भी काफी संख्या है. महाराजगंज कांग्रेस के गढ़ से जनता दल के प्रभाव में बदलता चला गया. बाद में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की जीत का गवाह बना है. क्योंकि राजद के पारंपरिक वोट बैंक मुस्लिम-यादव वोटिंग पैटर्न को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं.