Loan App Harassment: आंध्र प्रदेश के एक युवक ने 2,000 रुपये के कर्ज के कारण खुदकुशी कर ली. युवक की पत्नी की एडिट की गई तस्वीरें कर्ज वसूलने वाले ऐप एजेंटों ने दोस्तों और परिवार वालों को भेजीं.
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Loan App Harassment: आंध्र प्रदेश के एक युवक ने 2,000 रुपये के कर्ज के कारण खुदकुशी कर ली. युवक की पत्नी की एडिट की गई तस्वीरें कर्ज वसूलने वाले ऐप एजेंटों ने दोस्तों और परिवार वालों को भेजीं. इस शर्मनाक हरकत से परेशान होकर युवक ने अपनी जान दे दी. यह घटना कर्ज वसूली के गलत और आपराधिक तरीकों पर फिर से सवाल खड़े करती है.
आर्थिक तंगी में फंसा कपल
25 वर्षीय नरेंद्र ने 28 अक्टूबर को अपनी गर्लफ्रेंड से इंटरकास्ट लव मैरिज की थी. दोनों विशाखापट्टनम में रहते थे. नरेंद्र पेशे से मछुआरा था, लेकिन खराब मौसम के कारण वह कुछ दिन काम पर नहीं जा सका. इससे उसकी आर्थिक स्थिति बिगड़ गई.
2,000 रुपये के कर्ज ने ले ली जान
नरेंद्र ने अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए एक ऑनलाइन ऐप से 2,000 रुपये का कर्ज लिया. कुछ ही हफ्तों में ऐप के एजेंटों ने कर्ज लौटाने के लिए उसे परेशान करना शुरू कर दिया और गालियां भी दीं. इसके बाद आरोपियों ने नरेंद्र की पत्नी की एडिट की हुई तस्वीरें, जिनमें कीमत भी लिखी थी, उसके परिचितों को भेजनी शुरू कर दीं.
कर्ज की अदायगी के बाद भी नहीं रुकी धमकी
जब ये तस्वीरें पत्नी के फोन पर पहुंचीं, तो उन्होंने नरेंद्र से पूछा और तब उन्हें कर्ज के बारे में पता चला. दोनों ने मिलकर पूरा कर्ज चुका दिया, लेकिन इसके बावजूद धमकियां और उत्पीड़न जारी रहा. कुछ ही दिनों में परिचितों ने नरेंद्र से तस्वीरों के बारे में पूछना शुरू कर दिया. यह सब सुनकर वह पूरी तरह टूट गया. अपनी बेइज्जती और अपमान सहन न कर पाने के कारण उसने शादी के छह महीने बाद मंगलवार को आत्महत्या कर ली.
एक हफ्ते में तीसरी घटना
यह इस तरह की तीसरी घटना है जो एक हफ्ते में आंध्र प्रदेश में हुई है. नंदयाल जिले में एक युवती ने भी ऐप एजेंटों की धमकियों के कारण आत्महत्या की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे बचा लिया. ऑनलाइन लोन ऐप्स दस्तावेजी प्रक्रिया को सरल बनाकर कर्ज देते हैं. लेकिन कर्ज वसूलने के उनके अमानवीय तरीकों पर लगातार सवाल उठते रहे हैं.
सरकार की सख्ती का आश्वासन
आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री अनिता ने पिछले महीने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था. उन्होंने कहा था कि सरकार ऐसे कर्ज वसूलने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करेगी. ये ऐप्स कम दस्तावेजीकरण के नाम पर आम जनता को फंसाते हैं और फिर अवैध तरीकों से उन्हें प्रताड़ित करते हैं. इनकी प्रताड़ना इतनी भयंकर होती है कि लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं.