Jyotipriyo Mullick Arrest Reason: टीएमसी (TMC) के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक पर गाज गिर गई है. राशन डिस्ट्रीब्यूशन स्कैम केस में ईडी ने उन्हें अरेस्ट कर लिया है. गिरफ्तारी से पहले 18 घंटे तक ज्योतिप्रिय से पूछताछ हुई.
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Ration Distribution Scam: टीएमसी (TMC) नेता और ममता सरकार में वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक (Jyotipriyo Mullick) को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने ज्योतिप्रिय मलिक को राशन डिस्ट्रीब्यूशन स्कैम (Ration Distribution Scam) के मामले में गिरफ्तार किया है. गुरुवार तड़के ही ईडी ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी. 18 घंटे की पूछताछ के बाद ज्योतिप्रिय मलिक को अरेस्ट किया गया है. इससे पहले ईडी ने इस कथित घोटाले में चावल मिल के मालिक बकीबुर रहमान को गिरफ्तार किया था. आइए जानते हैं कि ईडी ने ये कार्रवाई क्यों की है?
क्यों गिरफ्तार किए गए ज्योतिप्रिय मलिक?
बता दें कि ईडी ने गुरुवार राशन डिस्ट्रीब्यूशन स्कैम के मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के ठिकानों पर रेड की थी. एक अधिकारी ने बताया कि ईडी की टीम ने कोलकाता के साल्ट लेक में फॉरेस्ट मिनिस्टर ज्योतिप्रिय मलिक के दो फ्लैट्स पर छापेमारी की. 18 घंटे तक ज्योतिप्रिय से पूछताछ की गई और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, टीएमसी ने इस कार्रवाई को बदले की राजनीति करार दिया है.
ज्योतिप्रिय मलिक का करीबी भी अरेस्ट
जान लें कि इस मामले में ईडी पहले ही एक आरोपी को अरेस्ट कर चुकी है. बताया जा रहा है कि उसके टीएमसी और ज्योतिप्रिय मलिक से करीबी संबंध हैं. ईडी की टीम गिरफ्तार आरोपी से ज्योतिप्रिय मलिक को लेकर भी पूछताछ कर रही है. मलिक के बैंक अकाउंट्स की जांच भी की जा रही है.
एक्शन पर ममता का रिएक्शन
गौरतलब है कि ईडी की कार्रवाई को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला. ममता ने कहा कि हमारे त्योहारों को भी उन्होंने नहीं छोड़ा. पूजा हमारे लिए अहम होती है. जब मेरे एक लीडर सुल्तान अहमद को एजेंसियों से लेटर मिला तो उनकी जान चली गई. ज्योतिप्रिय मलिक भी बीमार हैं. अगर उनकी जान जाती है तो बीजेपी के खिलाफ एफआईआर कराएंगे.
इस बीच, ममता बनर्जी ने ये भी दावा किया कि लोगों के प्राइवेट पार्ट्स को बीजेपी टॉर्चर करती है, ताकि उनके ऊपर दबाव बना सकें. सीएम ममता बनर्जी ने आगे कहा कि आजादी की लड़ाई में बीजेपी कहीं नहीं थी. वो तो पैदा भी नहीं हुई थी. ज्यादातर क्रांतिकारी आजादी की लड़ाई में बंगाल के थे. चुनाव से पहले बीजेपी सभी को जेल भेजना चाहती है. बीजेपी को अगर लगता है कि किसी तरह का करप्शन हुआ है तो आप जांच करके सच बाहर ले आएं.