मीठी आवाज.. बला की खूबसूरत, ISI की मॉडस आपरेंडी अब भी वही, मॉस्को वाला सतेंद्र भी हनीट्रैप में ही फंसा
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मीठी आवाज.. बला की खूबसूरत, ISI की मॉडस आपरेंडी अब भी वही, मॉस्को वाला सतेंद्र भी हनीट्रैप में ही फंसा

Pakistan Honey Trap: पाकिस्तान के दिल में भारत के लिए नफरत अब भी कम नहीं हुई है. भारत की सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए पड़ोसी देश ने अपने हर विभाग को लगा दिया. इस दिशा में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI लगातार साजिशों को अंजाम दे रही है.

मीठी आवाज.. बला की खूबसूरत, ISI की मॉडस आपरेंडी अब भी वही, मॉस्को वाला सतेंद्र भी हनीट्रैप में ही फंसा

Pakistan Honey Trap: पाकिस्तान के दिल में भारत के लिए नफरत अब भी कम नहीं हुई है. भारत की सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए पड़ोसी देश ने अपने हर विभाग को लगा दिया. इस दिशा में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI लगातार साजिशों को अंजाम दे रही है. इसका ताजा उदाहरण रूस में भारतीय दूतावास में कार्यरत पाकिस्तान के भेदिये सतेंद्र की गिरफ्तारी के बाद सामने आया है. यह भी पता चला है कि पाकिस्तान की एजेंसी ISI अपने पुराने ढर्रे पर ही चल रही है. ISI की मॉडस आपरेंडी हनीट्रैप के ही इर्द-गिर्द घूम रही है.

ISI ने सतेंद्र को अपने चंगुल में फंसाया

यूपी एटीएस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के साथ मिलकर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल सतेंद्र सिवाल को मेरठ से गिरफ्तार किया है. आरोपी सतेंद्र भारतीय रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों की गोपनीय जानकारी पाकिस्तान को मुहैया करा रहा था. आरोपी मॉस्को में भारतीय दूतावास में काम कर रहा था. हापुड़ के शाह महीउद्दीनपुर गांव में रहने वाला सतेंद्र सिवाल पाकिस्तान की नजर में कैसे आया? पाकिस्तान ने उसे क्या लालच दी? इन सभी सवालों का जवाब  है 'ISI'. ISI ने ही सतेंद्र को अपने चंगुल में फंसाया. आइये जानते हैं ISI की इस घिनौनी चाल के बारे में.

बिछाया हनी ट्रैप का जाल

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि मेरठ के सतेद्र को भी ISI ने हनी ट्रैप का जाल बुनकर ही फंसाया. इसकी शुरुआत फेसबुक से हुई. सतेंद्र सिवाल को लड़की फ्रेड रिक्वेस्ट आई उसने मैसेंजर के जरिये बातचीत शुरू कर दी. फेसबुक के बाद दोस्ती व्हाट्सऐप तक बढ़ चली. 

ISI की पूजा ने फंसाया

सतेंद्र जिस लड़की से बात करता था उसने अपना नाम पूजा बताया था. पूजा ने कहा था कि वह अपने रिसर्च के लिए जानकारियां जुटाती है. सतेंद्र कथित रिसर्चर पूजा के जाल में फंसता चला गया. सतेंद्र भारत की गोपनीय जानकारियां पूजा से शेयर करने लगा. कुछ दिन बाद पूजा ने सतेंद्र को पैसे का भी लोभ दिया. सतेंद्र पहला शख्स नहीं है जो ISI के हनी ट्रैप में फंसा हो. ISI ने कई बार हनी ट्रैप के जरिये भारत की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश की है.

क्या है हनीट्रैप?

पहले हनीट्रैप के बारे में जान लेते हैं.. पाकिस्तान या ISI के लिए हनी ट्रैप पुराना और पसंदीदा हथियार रहा है. हनी ट्रैप का सारा दारोमदार लड़कियों पर होता है. ISI के खांचे में फिट होने के लिए इन लड़कियों की सबसे बड़ी काबलियत इनकी खूबसूरती होती है. हनी ट्रैपिंग के लिए ISI हमेशा कॉलेज जाने वाली लड़कियों और सेक्स वर्कर्स को टारगेट करती है. रजामंदी मिलने के बाद इन लड़कियों को ट्रेनिंग दी जाती है. इन लड़कियों को तैयार करने के बाद ISI इन्हें भारतीय सेना के जवानों और अफसरों या भारत से जुड़े विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के पीछे लगा देती है. इन लड़कियों के मिशन में टारगेट से खुफिया जानकारी निकलवाना शामिल होता है. काम होते ही इन्हें दूसरा मिशन सौंप दिया जाता है या फिर इन्हें हटा दिया जाता है.

नरेंद्र के साथ भी ऐसा ही हुआ

बीते साल अक्टूबर में राजस्थान में भी हनी ट्रैप का मामला सामने आया था. 22 साल के नरेंद्र कुमार को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उसने बीकानेर सीमा क्षेत्र पर रणनीतिक और गोपनीय जानकारी पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) को मुहैया कराई थी. पेशे से बाइक मैकेनिक और भारत-पाकिस्तान की सीमा के पास स्थित बीकानेर के आनंदगढ़ खाजूवाला के रहने वाले नरेंद्र को ISI की ट्रैपर लड़की ने पूनम के नाम से अपने जाल में फंसाया. नरेंद्र ने व्हाट्सएप पर भारतीय सीमा क्षेत्र की सड़कों, पुलों, बीएसएफ चौकियों, टावरों, सेना के वाहनों की तस्वीरें और वीडियो पूनम से शेयर किए थे.

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