आतंकी बनने चले थे 11वीं क्लास के दो लड़के, LoC लांघने से पहले ही दबोचे गए
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आतंकी बनने चले थे 11वीं क्लास के दो लड़के, LoC लांघने से पहले ही दबोचे गए

दोनों घर से निकले और पुलवामा में एक दुकानदार से इन लड़कों ने जम्मू-कश्मीर का नक्शा खरीदा था.

दोनों लड़के दक्षिणी कश्मीर से ट्रेन से निकले और बारामुला स्टेशन पर पहुंचे थे.  (प्रतीकात्मक तस्वीर)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने राज्य के दो लड़कों को आतंकवाद में शामिल होने से पहले पकड़कर उनके भविष्य को बिगड़ने से बचा लिया. नसीहत देने के बाद उनको परिजनों के हवाले कर दिया गया. पुलिस की इस कार्रवाई को परिजनों सहित सभी लोगों ने सराहा है. पुलिस अधिकारियों ने परिजनों से अपील की है कि अपने बच्चों की ओर सही ध्यान दें ताकि वह गलत रास्तों से बच सकें.

उत्तरी कश्मीर के बारामुला ज़िले के एसएसपी अब्दुल कय्यूम ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, पुलिस और सेना द्वारा दक्षिणी कश्मीर के दो युवाओं को उस समय पकड़ा गया, जब वे पाकिस्तान जाने के मंसूबे से अपने घर से निकले थे. उन्होंने बताया कि पकड़े गए युवाओं की शिनाख्त शोपियां के नदीम अहमद और नयीना बटपुरा पुलवामा के शाकिर के तौर पर हुई है. दोनों लड़के 11वीं कक्षा के छात्र हैं.

पिता की डांट बनी वजह
पिता की डांट की वजह से शाकिर आतंकी बनने के लिए भागा था, जबकि दूसरा इसलिए प्रभावित हुआ क्योंकि उसका एक पड़ोसी भी आतंकी बना था.

जम्मू-कश्मीर का नक्शा खरीदा
जानकारी के मुताबिक, दोनों घर से निकले और पुलवामा में एक दुकानदार से इन लड़कों ने जम्मू-कश्मीर का नक्शा खरीदा था. इस नक्शे पर उन्होंने देखा कि बारामुला के पास ही मुजफ्फरबाद का इलाका है. इसके बाद यह इस इरादे के साथ निकले कि वह पाकिस्तान जाएंगे और वहां जाकर आतंकी ट्रेनिंग हासिल करेंगे. दोनों दक्षिणी कश्मीर से ट्रेन से निकले और बारामुला स्टेशन पर पहुंचे. वहां पहुंचने पर इनके सामने एक पहाड़ी थी, जिसे देख इन्हें लगा कि इसके पार पाकिस्तान है.

पाकिस्तान कैसे पहुंचेंगे?
इसके बाद दोनों युवाओं ने एक स्थानीय आदमी से पूछा, उस पार कैसे जाएं? तो उसने कहा कि गाड़ी 20 रुपए लेगी और पहुंचा देगी. इसके बाद दोनों एक टाटा सूमो में चढ़े और एक इलाके में पहुंचे. जहां एक स्थानीय नागरिक से उन्होंने पूछा कि पाकिस्तान कैसे पहुंचेंगे? तो उसने लड़कों से कहा कि इस ओर से पाकिस्तान नहीं पहुंचा जाता. बाद में दोनों वहां स्थित मस्जिद में एक रात रुके और सुबह उरी की ओर बढ़े.

रास्ते में ही इंटेर्सेप्ट किया
पुलिस ने बताया, इस दौरान उन्हें इनके बारे में जानकारी मिल गई. उसके आधार पर इन्हें रास्ते में ही इंटेर्सेप्ट किया गया. उनके पास से जम्मू-कश्मीर का नक्शा भी बरामद हुआ. पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह आतंकी बनने निकले थे.

ऐसी चौथी घटना
2019 से अब तक यह ऐसी चौथी घटना है जब कश्मीर के बच्चे बिना सोचे-समझे खुद ही आतंकी बनने के लिए घरों से रवाना हुए. लेकिन सरहद पार जाना इतना आसान नहीं, भारी संख्या में फौज तैनात रहती है.

 

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