बदले दौर में ये कोर्स दिलाएंगे पैसा और प्रसिद्धि भी...
Advertisement
trendingNow1670275

बदले दौर में ये कोर्स दिलाएंगे पैसा और प्रसिद्धि भी...

आज इनमें करियर के भरपूर अवसर मौजूद हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली: आजकल युवाओं में कुछ अलग हट कर कोर्स करने का चलन बढ़ा है. अगर आपके पास मेडिकल, मैनेजमेंट या फिर इंजीनियरिंग से जुड़ी कोई बड़ी डिग्री नहीं है, तो इन कोर्सेज को भी आजमा सकते हैं. आज इनमें करियर के भरपूर अवसर मौजूद हैं.

स्पोर्ट्स मैनेजमेंट
इन दिनों देश में क्रिकेट के साथ फुटबाल, हॉकी, बैडमिंटन, बॉक्सिंग, टेनिस, कुश्ती जैसे खेल और इनके खिलाड़ियों की लोकप्रियता भी खूब है. किसी खिलाड़ी और खेल को लोकप्रिय बनाने में स्पोर्ट्स मैनेजमेंट से जुड़े प्रोफेशनल्स की खास भूमिका होती है. आज स्पोर्ट्स मैनेजमेंट से जुड़े प्रोफेशनल्स की डिमांड दुनियाभर में है. इसके लिए स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा जरूरी है. कोई भी ग्रेजुएट इस कोर्स में एडमिशन ले सकता है. फिजिकल एजुकेशन में ग्रेजुएट स्टूडेंट्स के लिए भी काफी स्कोप होता है. देश के विभिन्न यूनिवर्सिटीज में स्पोर्ट्स मैनेजमेंट के अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स संचालित किए जाते हैं. इस फील्ड में आप ईवेंट मैनेजर, स्पोर्ट्स एजेंट, ब्रांड प्रमोटर, ब्रांडिंग एक्सपर्ट, सिलेब्रिटी मैनेजर, ग्राउंड मैनेजर, गेम प्रमोटर, स्पोर्ट्स टूरिस्ट, स्पोर्ट्स एनालिस्ट आदि के तौर पर कार्य करने का मौका होता है. शुरुआती सैलरी करीब 20 से 40 हजार रुपए प्रतिमाह होती है.

इंस्टीट्यूट्स:-
-अलगप्पा यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु
-इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन ऐंड स्पोर्ट्स साइंस, नई दिल्ली
-श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज, नई दिल्ली

ये भी पढ़ें:- बच्चों के लिए डीएम बन गए गुरू जी, ऑनलाइन पाठशाला के जरिए पढ़ा रहे नये-नये टॉपिक
 
योग इंस्ट्रक्टर
आज सफल योग इंस्ट्रक्टर की मांग भी काफी है. हालांकि कामयाब योग इंस्ट्रक्टर बनने के लिए प्रोफेशनल ट्रेनिंग जरूरी है. 10वीं या 12वीं के बाद योग से संबंधित कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं. कई इंस्टीट्यूट्स में इससे संबंधित सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री कोर्स चलाए जा रहे हैं. इसके अलावा, योग में रिसर्च यानी पीएचडी भी की जा सकता है. स्कूल-कॉलेजों में योग इंस्ट्रक्टर बनने के अलावा, लेक्चरर, रीडर व प्रोफेसर बनने का ऑप्शन भी होता है. योग इंस्ट्रक्टर के तौर पर विभिन्न निजी कंपनियां, होटलों, अस्पतालों में भी अपनी सेवा दे सकते हैं या फिर खुद का कोचिंग सेंटर भी खोल सकते हैं. शुरुआती दौर में इंस्ट्रक्टर को करीब 20-35 हजार रुपये प्रतिमाह आसानी से मिल जाते हैं.

इंस्टीट्यूट्स:-
-मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योगा, नई दिल्ली
-शिवानंदा योगा वेदांता सेंर्ट्स ऐंड आश्रम, नई दिल्ली
-सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन योगा एंड नैचुरोपैथी, नई दिल्ली
 
ह्यूमन राइट्स
ह्यूमन राइट्स के क्षेत्र में काम करने वाले प्रोफेशनल्स की डिमांड दुनियाभर में बढ़ती जा रही है. देश के कई यूनिवर्सिटीज में ह्यूमन राइट्स से रिलेटेड कोर्स उपलब्ध हैं. गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट्स के अलावा प्राइवेट संस्थान भी हैं जहां सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री कोर्स करवाए जाते हैं. इन कोर्सेज में एडमिशन के लिए किसी भी स्ट्रीम से 12वीं होना जरूरी है. डिप्लोमा इन ह्यूमन राइट्स, पीजी डिप्लोमा इन ह्यूमन राइट्स, मास्टर्स इन ह्यूमन राइट्स, बैचलर डिग्री इन ह्यूमन राइट्स जैसे कोर्स किए जा सकते हैं. ह्यूमन राइट्स से जुड़ी नेशनल-इंटरनेशनल ग्रुप्स में काम करने का मौका मिल सकता है. इस फील्ड में शुरुआती सैलरी करीब 25-35 हजार रुपए प्रतिमाह सैलरी हो सकती है.

इंस्टीट्यूट्स:-
-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन राइट्स, नई दिल्ली
-इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, दिल्ली
-जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली

LIVE TV

Trending news