Anil Kapoor: अभिनेता अनिल कपूर ने हिंदी फिल्म उद्योग में 40 साल पूरे कर लिए हैं, लेकिन जाने-माने निर्माता सुरिंदर कपूर के बेटे होने के बावजूद उनके शुरुआती साल उतने अच्छे नहीं रहे. अभिनेता ने खुलासा किया है कि उनके पिता ने कहा था कि उन्हें इंडस्ट्री में अपने दम पर आगे बढ़ना होगा और उन्हें उनसे कोई मदद नहीं मिलेगी.
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Anil Kapoor: अनिल कपूर का हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में चार दशक का शानदार सफर रहा है. 66 साल की उम्र में भी अनिल कपूर फिल्मों में काफी सक्रिय हैं. उन्हें फिल्मों में अभी भी एक से एक शानदार रोल मिलते हैं और वह उन्हें बखूबी निभाते भी हैं. अनिल कपूर (Anil Kapoor) आज जिस मुकाम पर पहुंच गए हैं, वह किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. लेकिन मशहूर निर्माता सुरिंदर कपूर (Surinder Kapoor) के बेटे होने के बावजूद अनिल कपूर के शुरुआती साल आसान नहीं थे. अनिल कपूर ने हाल ही में बताया कि उनके पिता ने यह साफतौर पर कह दिया था कि उन्हें इस इंडस्ट्री में बिना उनकी मदद के अपना रास्ता खुद ही बनाना होगा.
अनिल कपूर (Anil Kapoor film journey) ने खुलासा किया कि एक स्टार किड होने के बावजूद उनकी यात्रा चुनौतीपूर्ण थी. हाल ही में मिड डे को दिए इंटरव्यू में अनिल कपूर ने अपने पिता सुरिंदर कपूर को याद किया, जिनका 2011 में निधन हो गया था. अपने पिता को एक ईमानदार, सभ्य और अंतर्मुखी व्यक्ति बताते हुए अनिल कपूर ने इस बात पर जोर दिया कि वह रूढ़िवादी, फिल्मी या आक्रामक नहीं थे.
पिता ने नहीं की अनिल कपूर की कोई मदद
अनिल कपूर ने साझा किया कि उनके पिता ने स्पष्ट रूप से कहा था कि वह उनके करियर को आगे बढ़ाने के लिए कुछ नहीं कर सकते. और दिलचस्प बात यह है कि अभिनेता ने कभी भी इस तरह की सहायता प्राप्त करने की उम्मीद नहीं की थी. उनके पिता की इस बात ने अनिल कपूर को अपनी अंतरात्मा पर भरोसा करने के लिए प्रेरित किया. अनिल कपूर ने अपने पिता की इस बात के बाद यह महसूस किया कि अब समय आ गया है कि वह फिल्म इंडस्ट्री में स्वतंत्र रूप से काम करें और इसकी चुनौतियों का डटकर सामना करें.
कड़वे और निराश हो गए थे अनिल कपूर
हालांकि, फिल्म इंडस्ट्री में अनिल कपूर की यात्रा उतनी सहज नहीं थी जितनी कोई उम्मीद कर सकता था. अवसरों की कमी ने उन पर काफी असर डाला, क्योंकि वह बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाना चाहते थे. उन्होंने बताया, "यह थका देने वाला था, निराशाजनक था. मैं बदतर दिखता था, मुझे बुरा महसूस होता था. मैं अपने दोस्तों के साथ बैठता था और रम पीता था. मेरे अंदर कड़वाहट भर गई थी." हालांकि, उन्होंने उस हताशा और कड़वाहट को अपने काम में शामिल कर लिया था. आवारगी और मशाल जैसी फिल्में उनकी दबी हुई भावनाओं को व्यक्त करने का माध्यम बन गईं.
'एनिमल' की सफलता का ले रहे आनंद
अनिल कपूर ने तेलुगु फिल्म 'वामसा वृक्षम' से अपने अभिनय का सफर शुरू किया. हालांकि, इससे पहले उन्होंने हिंदी फिल्म 'हमारे तुम्हारे' में एक छोटी भूमिका निभाई थी. हालांकि, अनिल कपूर को असली पहचान 1983 की फिल्म 'वो सात दिन' से मिली. इसके बाद से अनिल कपूर ने ना जाने कितनी ब्लॉकबस्टर फिल्में दे दी हैं, जिनका सफर अभी तक रुका नहीं है. अभिनेता वर्तमान में संदीप रेड्डी वांगा द्वारा निर्देशित हिट फिल्म 'एनिमल' के साथ अपनी हालिया सफलता का आनंद ले रहे हैं. फिल्म में रणबीर कपूर, रश्मिका मंदाना और बॉबी देओल जैसे कई सितारे शामिल हैं.
'फाइटर' में ग्रुप कैप्टन की भूमिका में आएंगे नजर
अनिल कपूर अपने अगले प्रोजेक्ट, सिद्धार्थ आनंद की 'फाइटर' में नजर आएंगे. इस फिल्म में अनिल कपूर के साथ दीपिका पादुकोण और ऋतिक रोशन भी हैं.यह फिल्म 25 जनवरी, 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. इस फिल्म में अनिल कपूर ग्रुप कैप्टन राकेश जय सिंह के किरदार में हैं, जिन्हें कॉल साइन रॉकी के नाम से जाना जाता है.