भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर लगाई गई पाबंदी के विरोध में खुलकर सामने आए बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान पर जुबानी हमला तेज करते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने उन्हें पाकिस्तान जाकर काम करने की नसीहत दी है।
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मुंबई: भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर लगाई गई पाबंदी के विरोध में खुलकर सामने आए बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान पर जुबानी हमला तेज करते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने उन्हें पाकिस्तान जाकर काम करने की नसीहत दी है।
सलमान के बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए राज ने कहा, ‘हमारे सैनिकों की पाकिस्तानी सैनिकों से कोई निजी दुश्मनी नहीं है। हमारे जवान जिन गोलियों का सामना करते हैं, वे फिल्मी नहीं हैं। सलमान एक गोली लगने के बाद उठ खड़े होते हैं। मैंने इस ट्यूबलाइट को कई बार जलते-बुझते देखा है।’
मनसे प्रमुख ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘मैं भी एक कलाकार हूं और कलाकार आसमान से नहीं टपकते। पाकिस्तानी कलाकारों ने उरी हमलों की निंदा करने से इनकार कर दिया। हमारे कलाकारों को उनके पक्ष में क्यों बोलना चाहिए?’
राज ने कहा कि यदि 50 साल के सलमान को पड़ोसी देश के कलाकारों से इतना ही प्यार है तो उन्हें पाकिस्तान जाकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘कलाकारों को समझना चाहिए कि देश सबसे पहले होता है। कलाकार समाज से अलग नहीं हैं। क्या हमारे देश में प्रतिभा का अकाल है?’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी कलाकारों का समर्थन करने वालों को उनकी पार्टी के विरोध का सामना करना पड़ेगा।
राज ने कहा कि उन्हें इस दलील में कोई दम नजर नहीं आता कि पाकिस्तानी कलाकारों पर पाबंदी नहीं लगानी चाहिए क्योंकि वे आतंकवादी नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘यदि लोग अच्छे हैं तो उससे मुझे क्या लेना-देना। मैं तो सिर्फ आतंकवादियों को देख पा रहा हूं जो हमारे लोगों को मारने के लिए आते हैं।’
राज ने कहा कि फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों को तो बस अपनी फिल्मों के कारोबार से मतलब है। उन्होंने कहा कि यदि भारतीय सैनिक अपने हथियार रखकर गुलाम अली की गजलें सुनने लग जाएंगे तो क्या होगा। उन्होंने कहा, ‘तब क्या होगा। क्या सैनिक हमारे नौकर हैं? वे हमारी हिफाजत कर रहे हैं।’ दिलचस्प बात है कि राज और सलमान के बीच अच्छे रिश्ते हैं और वह गणपति उत्सव के दौरान हमेशा अभिनेता के घर जाते हैं।
सलमान ने शुक्रवार को कहा था कि पाकिस्तान के कलाकारों को आतंकवादियों की तरह नहीं देखा जाना चाहिए और कला एवं आतंकवाद का घालमेल नहीं करना चाहिए। उरी हमले के बाद इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने पाकिस्तान के कलाकारों पर प्रतिबंध लगने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है। उरी हमले में 19 सैनिक मारे गए थे।