Arun Govil BJP Meerut Seat: दांव पर लगा 47 साल का करियर, आखिर क्यों टीवी के 'राम' को उतरना पड़ा राजनीति में?
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Arun Govil BJP Meerut Seat: दांव पर लगा 47 साल का करियर, आखिर क्यों टीवी के 'राम' को उतरना पड़ा राजनीति में?

Meerut Chunav Result 2024​: लोकप्रिय टीवी धारावाहिक 'रामायण' में 'भगवान राम' के किरदार के लिए फेमस अरुण गोविल ने लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मेरठ से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्होंने शानदार जीत अपने नाम की. आइए जानते हैं कि अरुण गोविल ने अब राजनीति में आने का फैसला आखिर क्यों लिया.

 

क्यों राजनीति में आए टीवी के 'राम'?

Meerut Lok Sabha Chunav Result 2024: आज यानी 4 मई को लोकसभा चुनाव 2024 के रिजल्ट आ चुके हैं. इस बार के लोकसभा चुनावों में कई अभिनेताओं ने हिस्सा लिया, जिनमें से एक टेलीविजन के 'राम' यानी अरुण गोविल भी हैं. अरुण गोविल को पहले भी टिकट की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया था, क्योंकि मैं राजनीति में नहीं आना चाहता था लेकिन इस बार अरुण गोविल का कहना है कि उन्होंने अपने भीतर की आवाज को सुना और चुनाव लड़ने का फैसला किया. अरुण गोविल ने लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश के मेरठ से चुनाव लड़ा और शानदार जीत हासिल की.  

कब आया अरुण गोविल के मन में चुनाव लड़ने का विचार
अरुण गोविल (Arun Govil) ने दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने राम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के समय जनसेवा करने का सोचा था और अब भगवान की कृपा से उन्हें यह अवसर मिल गया है. उन्होंने कहा था कि राजनीति उनका करियर नहीं हैं. वह राजनीति को करियर मानने वाले नेता नहीं हैं. मेरी सोच जनसेवा की है और इसी के लिए मैं इसमें आया हूं.

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अरुण गोविल ने बताई रामराज की परिभाषा
अरुण गोविल ने कहा कि राम राज्य की परिभाषा जो है, वह सीधी सीधी है कि अनीति नहीं होनी चाहिए, अन्याय नहीं होना चाहिए, अधर्म नहीं होना चाहिए, असत्य नहीं होना चाहिए. 

क्या रही बीजेपी से टिकट लेने की वजह 
अरुण गोविल ने इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने टिकट मांगा नहीं था, लेकिन जब उन्हें टिकट की पेशकश की गई तो उन्होंने हां कर दी. उन्होंने कहा था कि इस वक्त देश की राजनीति सही दिशा में है. मोदी जी सबको साथ लेकर चल रहे हैं और किसी भी योजना में कोई भेदभाव नहीं हो रहा है. उनकी लीडरशिप में विकसित भारत की नींव पड़ रही है. और मैं ईमानदार सोच के साथ यहां आया हूं और सेवा करना चाहता हूं. मैं अपनी जन्मभूमि को ही कर्मभूमि बनाना चाहता हूं.

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1977 में रखा एक्टिंग की दुनिया में कदम
बता दें कि 12 जनवरी 1958 को मेरठ, उत्तर प्रदेश में जन्में अरुण गोविल ने 1977 में 'पहेली' फिल्म के साथ एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था. इसके बाद अरुण गोविल ने कई फिल्मों में काम किया, लेकिन खास पहचान नहीं बना पाए. 

 
 
 
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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'प्रभु श्रीराम' का किरदार निभाकर हुए पॉपुलर
अरुण गोविल ने 1985 में 'विक्रम और बेताल' के साथ टेलीविजन की दुनिया में कदम रखा, जिसमें उन्होंने राजा विक्रमादित्य का किरदार निभाया, लेकिन 1987 में रामानंद सागर की 'रामायण' में 'प्रभु श्रीराम' का किरदार निभाकर वह घर-घर में पॉपुलर हो गए. टीवी पर राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल इतना पॉपुलर हुए कि आज भी जब वह कहीं बाहर निकलते हैं तो लोग उन्हें 'भगवान श्रीराम' मानकर उनके चरणों में गिर जाते हैं.

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