Explainer: मुख्यमंत्री पद का नासूर बढ़ रहा! राहुल की रैली से उद्धव गायब, महाराष्ट्र में 'इंडिया' का क्या होगा?
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Explainer: मुख्यमंत्री पद का नासूर बढ़ रहा! राहुल की रैली से उद्धव गायब, महाराष्ट्र में 'इंडिया' का क्या होगा?

Rahul Gandhi: राहुल गांधी की रैली थी लेकिन शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे इस रैली में शामिल नहीं हुए. इसके बाद चर्चाओं का बाजार अधिक गर्म हो गया. असल में गुरुवार को महाराष्ट्र के सांगली जिले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जनसभा हुई और इसमें शरद पवार तो थे लेकिन उद्धव नहीं थे.

Explainer: मुख्यमंत्री पद का नासूर बढ़ रहा! राहुल की रैली से उद्धव गायब, महाराष्ट्र में 'इंडिया' का क्या होगा?

Maharashtra election cm candidate: लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष ने इंडिया गठबंधन का दांव खेला, कुछ हद तक सफलता मिली. चुनाव में फायदा हुआ. अब विधानसभा चुनावों भी वही प्रदर्शन दोहराने की जिम्मेदारी है लेकिन महाराष्ट्र जैसे बड़े सूबों में मुख्यमंत्री पद को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है. इसकी ताजा बानगी देखिए. महाराष्ट्र में राहुल गांधी की रैली थी गुरुवार को, लेकिन शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे रैली में शामिल नहीं हुए. इसके बाद चर्चाओं का बाजार अधिक गर्म हो गया. असल में गुरुवार को महाराष्ट्र के सांगली जिले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जनसभा हुई और इसमें शरद पवार तो थे लेकिन उद्धव नहीं थे. 

शिवसेना यूबीटी का कोई नेता मौजूद नहीं

राहुल की इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार, इसकी राज्य इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल और राज्य से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इस मौके पर मौजूद थे. उद्धव ठाकरे जनसभा में मौजूद नहीं थे. इतना ही नहीं इस मौके पर शिवसेना यूबीटी का कोई अन्य नेता भी मौजूद नहीं था.

ठाकरे की पार्टी से क्या बयान आया था?

हालांकि पिछले सप्ताह कांग्रेस विधायक विश्वजीत कदम ने यह जरूर कहा था कि उद्धव ठाकरे ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण इसमें शामिल होने की पुष्टि नहीं की है. महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी, राकांपा शरद पावर और कांग्रेस विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी एमवीए का हिस्सा हैं. ठाकरे का जनसभा में शामिल नहीं होना इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि शिवसेना यूबीटी उम्मीदवार को कांग्रेस के बागी विशाल पाटिल ने सांगली निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव में हरा दिया था.

महाराष्ट्र की राजनीति फिलहाल ऐसी है कि चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे इस बात पर जोर दे रहे हैं कि विधानसभा चुनाव से पहले एमवीए की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा की जाए, लेकिन शरद पवार और कांग्रेस इस पर एकमत नहीं हैं. पवार ने बुधवार को कहा था कि मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला चुनाव परिणाम आने के बाद किया जा सकता है. 

उद्धव ठाकरे किस बात पर जोर दे रहे?

इतना ही नहीं उन्होंने तो यह भी कहा था कि एमवीए की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार इस आधार पर तय किया जाएगा कि कौन सी पार्टी सबसे अधिक विधानसभा सीट जीतती है. अब दबे स्वर से शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे का लगातार कहना है कि मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर कोई खींचतान नहीं है. लेकिन सच तो यही है कि उद्धव ठाकरे बार-बार ये चाह रहे हैं कि सीएम पद का फैसला चुनाव से पहले हो. अगर यही खींचतान चलती रही तो इंडिया गठबंधन का महाराष्ट्र में क्या होगा, ये देखने वाली बात होगी. 

उधर गुरुवार को राहुल गांधी ने सांगली में जनसभा को संबोधित किया और महाराष्ट्र के दिवंगत मंत्री पतंगराव कदम की आदमकद प्रतिमा का अनावरण भी किया. लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी महाराष्ट्र के एक दिवसीय दौरे पर हैं. इससे पहले दिन में गांधी ने नांदेड में दिवंगत सांसद वसंत चव्हाण के परिवार के सदस्यों से भी मुलाकात की. इसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सांगली आए, जहां उन्होंने वांगी में पतंगराव कदम की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया.

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