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नई दिल्ली: खाने की वैल्यू सभी जानते हैं और उसे बर्बाद होने से बचाने के लिए हम कई चीजों को गर्म (Reheating Food) करके अगले दिन तक खाते रहते हैं. जब भी घर में खाना बच जाता है (Leftover Food) तो दिमाग में बस यही आता है कि कितने ही लोगों को एक वक्त का भी खाना नहीं मिल पाता है. इतना सोचते ही हम खान-पान की बची हुई चीजों (Leftover Food) को फ्रिज में रख देते हैं और फिर गर्म करके खा लेते हैं.
हालांकि, यह खबर पढ़ने के बाद आप शायद बासी खाने को गर्म (Reheating Food) करने की अपनी आदत छोड़ दें. दरअसल, कुछ चीजें दोबारा गर्म करने से जहर के समान हो जाती हैं (Reheating Food Side Effects).
भोजन को बार-बार गर्म करने से उनके पौष्टिक तत्व (Nutrients) खत्म हो जाते हैं और वे फायदेमंद साबित होने के बजाय शरीर को कई तरह के नुकसान पहुंचा देते हैं. घरों में आलू की सब्जी, चावल और चिकन जैसी चीजें बच जाना बेहद आम बात है. इन चीजों को हम अक्सर गर्म करके दोबारा खा लेते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खान-पान की इन चीजों को दोबारा गर्म करके आप इन्हें जहर बना देते हैं (Reheating Food Side Effects).
जानिए, किन चीजों को कभी भी गर्म करके नहीं खाना चाहिए और क्यों.
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चुकंदर (Beetroot) के फायदों से कोई भी अंजान नहीं है. ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) नियंत्रित करना हो या एनीमिया से बचना हो, इन सब चीजों में चुकंदर का सेवन लाभदायक माना जाता है. लेकिन चुकंदर से तैयार की गई डिशेज (Beetroot Dishes) को ठीक से ठंडा न होने देना और उन्हें फिर से गर्म करके खाना आपके लिए खतरनाक हो सकता है.
दरअसल, चुकंदर के अंदर नाइट्रिक ऑक्साइड (Nitric Oxide) होता है. चुकंदर से बनाई गई डिश को बिना ठंडा किए फिर से पकाते हैं तो नाइट्रिक ऑक्साइड नाइट्रेट्स (Nitrates) से नाइट्राइट (Nitrite) में परिवर्तित हो जाती है और फिर नाइट्रोसेमाइन (Nitrosamine) में भी. इनमें से कुछ को कार्सिनोजेनिक (Carsinogenic) (कैंसर पैदा करने वाला पदार्थ) भी माना जाता है. इसलिए चुकंदर को कभी भी दोबारा गर्म करके न खाएं.
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अंडे का सेवन सेहत के लिए काफी फायदेमंद (Egg Benefits) माना जाता है. सर्दियों में लोग खासतौर पर अंडे व इससे बनी चीजों का सेवन करते हैं. लेकिन अगर अंडे को पकाने के कुछ देर बाद तक न खाया जाए तो इससे न सिर्फ स्वाद में फर्क आने लगता है, बल्कि यह सेहत के लिए भी हानिकारक हो जाता है.
दरअसल, अंडे की ज्यादातर रेसिपी में इसे धीमी आंच पर कम समय के अंदर पकाया जाता है. इसके बाद अगर अंडे की डिश को लंबे समय के लिए छोड़ दिया जाता है तो इसके अंदर पाया जाने वाला साल्मोनेला (Salmonella) बैक्टीरिया खतरनाक हो जाता है. यह सेहत पर बहुत बुरा असर कर सकता है. बेहतर होगा कि अंडे को पकाने के तुरंत बाद ही उसका सेवन कर लिया जाए.
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ज्यादातर घरों में चावल (Rice) रोजाना बनते हैं और दिन के चावल को गर्म करके रात में खाना भी बेहद आम है. फूड एक्सपर्ट्स की मानें तो चावल को पकाने के दो घंटे के अंदर ही उनका सेवन कर लिया जाना चाहिए वरना ये आपके लिए नुकसानदायक (Rice Side Effects) हो सकते हैं. दरअसल, सालों पहले एक रिसर्च के मुताबिक, चावल को पकाने के बाद लंबे समय तक सामान्य तापमान पर रखने से इनमें मौजूद कुछ सूक्ष्मजीवों को बढ़ावा मिलता है. ये आपकी सेहत पर गहरा नकारात्मक असर डाल सकते हैं.
कई लोग पूड़ी-पकौड़े जैसी चीजें तलने के बाद बचे हुए तेल (Leftover Oil) को किसी डिब्बे में रख लेते हैं. अगली बार कुछ तलने के लिए वे इसी तेल को दोबारा गर्म करके इस्तेमाल कर लेते हैं. अलसी के तेल, जैतून के तेल या कैनोला तेल काफी फायदेमंद होते हैं. आमतौर पर इन तेलों के जरिए कई डिशेज तैयार की जाती हैं. लेकिन इससे बने भोजन को दोबारा गर्म करना आपकी सेहत के लिए खराब है.
यह आदत आपके बने हुए खाने की पोषकता को नुकसान पहुंचा सकती है. इसलिए एक बार पकने के बाद इन तेलों के जरिए भोजन को गर्म बिल्कुल भी न करें.
चावल की ही तरह आलू भी कई घरों में रोजाना इस्तेमाल किया जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आलू को उबालकर लंबे समय तक छोड़ना बहुत नुकसानदायक होता है. अगर आलू को लंबे समय तक पकने के बाद छोड़ देते हैं तो उससे क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम (Clostridium Botulinum) को बढ़ावा मिलता है. यही बाद में बोटुलिज्म (Botulism, सड़े हुए भोजन से होने वाली एक गंभीर बीमारी) का कारण बनता है.
इसके अलावा आलू को पकाने के बाद फॉयल पेपर (Foil Paper) में लपेट कर माइक्रोवेव में गर्म करने की भी मनाही होती है. आलू को पहली बार पकाने के लिए माइक्रोवेव का इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन कोशिश गैस पर पकाने की ही की जानी चाहिए. इससे आलू के पोषक तत्व सलामत रहते हैं.
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ब्रेस्ट मिल्क (Breast Milk) को नन्हे शिशुओं के लिए सबसे पौष्टिक आहार माना जाता है. कुछ मांएं पंप की मदद से दूध निकालकर रख लेती हैं और फिर गर्म करके बच्चे को पिला देती हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ब्रेस्ट मिल्क को गर्म करना शिशु की पाचन क्रिया पर बहुत बुरा असर डाल सकता है. दरअसल, जब ब्रेस्ट मिल्क को बोतल में डालकर शिशु को दूध पिलाया जाता है तो शिशु दूध पीते समय बोतल को दूषित कर देते हैं.
ऐसे में अगर आप शिशु को बोतल के अंदर गर्म ब्रेस्ट मिल्क देते हैं तो यह उनके मुंह में बुरे बैक्टीरिया (Bad Bacteria) को जन्म देता है.
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यह तो सभी जानते हैं कि चिकन (Chicken) के अंदर कई पोषक तत्व पाए जाते हैं लेकिन अंडे की तरह ही इसमें भी साल्मोनेला होता है. चिकन के पकने के बाद उसे लंबे समय तक साधारण तापमान में रखने से इस बैक्टीरिया की बढ़त हो जाती है. इसलिए जरूरी है कि आप चिकन को पकाते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसका अंदरूनी तापमान 165 डिग्री तक पहुंच जाए.
ऐसा माइक्रोवेव के जरिए पूरी तरह से संभव नहीं है. कोशिश यही करें कि चिकन को पकाने के तुरंत बाद ही खा लें. चिकन को दोबारा गर्म करके तो बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए.
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