Diet for asthma patients: अस्थमा के मरीजों को अटैक से बचाएंगी ये 4 चीजें, आज से ही डाइट में करें शामिल
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Diet for asthma patients: अस्थमा के मरीजों को अटैक से बचाएंगी ये 4 चीजें, आज से ही डाइट में करें शामिल

अस्थमा यानी दमा फेफड़ों की ऐसी बीमारी होती है, जिसके कारण व्यक्ति को सांस लेने में समस्या होती है...

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नई दिल्ली: अगर आप अस्थमा के मरीज हैं तो ये खबर आपके काम आ सकती है. इस खबर में हम आपके लिए कुछ ऐसी चीजों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जिनका सेवन आपको इस बीमारी में होने वाले अटैक से बचाएंगी साथ ही आपको स्वस्थ्य भी रखेंगी. हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, अस्थमा एक ऐसी बीमारी है, जो इंसान को अंदर से घायल कर देती है. अस्थमा का अटैक आने से इंसान अंदर से एकदम टूट जाता है.

डाइट एक्सपर्ट डॉक्टर रंजना सिंह कहती हैं कि कोरोना (Corona) काल में तो अस्थमा के रोगियों को खुद का ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि अस्थमा में सांस लेने में दिक्कत, सीने में दर्द, खांसी और घरघराहट होती है. इस अटैक का मुख्य कारण शरीर में मौजूद बलगम और संकरी श्वासनली है. इस बीमारी के रोगियों के लिए इंहेलर लेने के लिए कहा जाता है. इसके अलावा अस्थमा के रोगियों को हेल्दी डाइट भी लेना चाहिए. 

क्या है अस्थमा
सबसे पहले नजर डालते हैं कि अस्थमा क्या है? अस्थमा यानी दमा फेफड़ों की ऐसी बीमारी होती है, जिसके कारण व्यक्ति को सांस लेने में समस्या होती है. जब भी किसी को दमा की बीमारी होती है तो उसकी श्वास नलियों में सूजन बढ़ जाती है, जिससे श्वसन मार्ग सिकुड़ जाता है. इन वायुमार्गों यानी ब्रॉनकायल टयूब्स के माध्यम से ही हवा फेफड़ों के अन्दर और बाहर जाती है, लेकिन जब यह वायुमार्ग सूज जाते हैं तो सांस लेने में कठिनाई होती है. लिहा घरघराहट और सीने में जकड़न होने लगती है.

अस्थमा के मरीज खाएं ये चीजें

शहद और दालचीनी का सेवन
डाइट एक्सपर्ट डॉक्टर रंजना सिंह के अनुसार अस्थमा के मरीजों के लिए शहद और दालचीनी का सेवन काफी लाभदायक होता है. रात में सोने से पहले दो से तीन चुटकी दालचीनी के साथ एक चम्मच शहद मिलाकर नियमित रूप से लेने से फेफड़ों को आराम मिलता है. साथ ही लंग्स से जुड़ी बीमारियां भी दूर होती हैं. हालांकि इसना सेवन लिमिट में ही करना चाहिए.

विटामिन-सी वाले फूड
अस्थमा के मरीजों के लिए विटामिन सी से भरपूर फूड्स का सेवन करना चाहिए, क्योंकि इनमें एंटी ऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो फेफड़ों की सुरक्षा करने और उन्हें मजबूत बनाने में मददगार होता है. डॉक्टर रंजना सिंह बताती हैं कि जो लोग अधिक विटामिन सी युक्त चीजों का सेवन करते हैं उन्हें अस्थमा का अटैक आने का खतरा कम होता है. अस्थमा के रोगी संतरा, ब्रोकली, कीवी को डाइट में शामिल कर सकते हैं.

तुलसी भी है फायदेमंद
अस्थमा के मरीजों के लिए तुलसी भी बेहद लाभकारी है. तुलसी को आयुर्वेदिक औषधि के रूप में जाना जाता है. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. ऐसे में चाय में दो से तीन पत्ते तुलसी के डालकर पीने से अस्थमा के मरीजों में अटैक की आशंका कम हो सकती है. इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के साथ तुलसी मौसमी बीमारियां जैसे फ्लू और सर्दी-खांसी में भी राहत देती है.

दाल का नियमित रुप से सेवन करें
डॉक्टर रंजना सिंह के अननुसार, विभिन्न प्रकार की दालों को प्रोटीन का अच्छा सोर्स माना जाता है. काला चना, मूंग दाल, सोयाबीन और अन्य कई ऐसी दालें हैं, जो हेल्थ के लिए फायदेमंद होती है. ये दालें फेफड़ों को मजबूत बनाती हैं और उन्हें संक्रमण से बचाती हैं. ऐसे में अस्थमा के मरीजों को दालों का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए. 

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