Makarasana: सुबह उठते ही करें मकरासन, जोड़ों का दर्द चुटकियों में होगा दूर, जानिए कैसे करें
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Makarasana: सुबह उठते ही करें मकरासन, जोड़ों का दर्द चुटकियों में होगा दूर, जानिए कैसे करें

Makarasana In Joint Pain: अगर सर्दियों में आपके जोड़ों में भयानक दर्द रहता है, इसके लिए सुबह उठकर आप कुछ आसन कर सकते हैं. जोड़ों में दर्द की वजह शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी होती है. वहीं बढ़ती उम्र भी इसकी एक वजह हो सकती है.     

 

जोड़ों के दर्द में करें मकरासन

Makarasana In Joint Pain: आजकल लोगों को जोड़ों में दर्द होना एक आम समस्या हो गई है. कई बार ये दर्द असहनीय होता है. जोड़ों में दर्द की वजह से व्यक्ति को चलने, उठने और बैठने में काफी दिक्कत होती है. इस बारे में हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब किसी व्यक्ति के शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की अधिक कमी होती है, तो उसकी वजह से जोड़ों में भयानक दर्द रहने लगता है. जोड़ों में दर्द के अलावा आपको डेली के काम से थकान भी लग सकती है. वहीं चोट और बढ़ती उम्र भी जोड़ों में दर्द का कारण हो सकती है. अगर आप इससे अधिक प्रभावित हैं, तो योग और एक्सरसाइज को अपनी डेली रुटीन में शामिल कर लें. जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए मकरासन बहुत उपयोगी है. इस योग को करने से जोड़ों में दर्द की समस्या से निजात मिलता है. आइए, जानें मकरासन को करने का सही तरीका...

मकरासन के फायदे

मकरासन दो शब्दों में समझिए मकर और आसन. आसान शब्दों में इसे कहें तो मकर की मुद्रा में बैठना मकरासन कहलाता है. यहां मकर का मतलब है मगरमच्छ. आपने हमेशा देखा होगा मगरमच्छ शांत चित से नदी में लेटा रहता है. इस योग को करने के दौरान मगरमच्छ के समान शांत चित होकर लेटना होता है. इस योग को करने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है. साथ ही तनाव से भी राहत मिलती है. इसके अलावा, बढ़ता वजन भी कंट्रोल में रहता है.  

मकरासन करने का सही तरीका 

मकरासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर मैट बिछाकर पेट के बल लेट जाएं. ध्यान रखें कि इस योग को खाली पेट करना फायदेमंद होता है. अब दोनों कोहनियों को जमीन पर फैलाकर सोने की मुद्रा में आ जाएं. वहीं पैरों के बीच दूरी बनाकर रखें. इसके अलावा, आप कोहनियों को जमीन पर टीका कर आगे की ओर मुख कर ध्यान मुद्रा में भी मकरासन कर सकते हैं. इस दौरान अपने पैरों की उंगलियों को जमीन से स्पर्श करें. आप इस मुद्रा में मगरमच्छ की भांति विश्राम करते हैं.

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