Eye Health: रोजाना फॉलो करें ये 5 नेचुरल तरीके, आंखों की रोशनी नहीं होगी कम
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Eye Health: रोजाना फॉलो करें ये 5 नेचुरल तरीके, आंखों की रोशनी नहीं होगी कम

हमारी लाइफस्टाइल के कुछ फैसले नुकसान या कमजोर नजर के मुख्य कारण बनते हैं. अपनी आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए इन प्राकृतिक तरीकों का पालन करें.

प्रतिकात्मक तस्वीर

Eye Health: हम सबकी आंख एक कैमरे के समान है, जो दुनिया को देखने और अनुभव करने की अनुमति देता है. हालांकि, हमारी लाइफस्टाइल के कुछ फैसले नुकसान या कमजोर नजर के मुख्य कारण हैं, जैसे उम्र से संबंधित धब्बेदार अध: पतन, मोतियाबिंद, डायबिटिक रेटिनोपैथी, ग्लूकोमा और सूखी आंख. अपनी आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए इन प्राकृतिक तरीकों का पालन करें.

20-20-20 नियम
स्क्रीन टाइम इन दिनों एक बड़ी चिंता का विषय है. युवा पीढ़ी लैपटॉप, स्मार्टफोन, टेलीविजन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से चिपके हुए रहते हैं. ज्यादा समय तक स्क्रीन पर नजरें गड़ाए रखने से आंखें कमजोर हो जाती हैं. ऐसे में नेत्र रोग विशेषज्ञों 20-20-20 नियम फॉलो करने की सलाह देते हैं. इसलिए आमतौर पर, हर 20 मिनट के बाद स्क्रीन से नजरें हटा लें और 20 सेकंड के लिए अपने से 20 फीट की दूरी पर देखने की कोशिश करें. 

ब्लू कट लेंस और धूप का चश्मा
यदि आप डिजिटल उपकरणों पर लंबा समय बिताते हैं, तो ब्लू लाइट ब्लॉकर लेंस या ब्लू कट लेंस जरूर पहनें. इसमें एक विशेष कोटिंग होती है, जो हानिकारक हाई एनर्जी नीली रोशनी और यूवी किरणों को आंखों में प्रवेश करने से रोकती है. इसी तरह, धूप का चश्मा आपकी आंखों को सूरज की यूवी किरणों से बचा सकता है. धूप का चश्मा खरीदते समय, सुनिश्चित करें कि आप ऐसे धूप का चश्मा खरीदते हैं जो यूवी-ए और यूवी-बी खतरे को 99 से 100 प्रतिशत तक रोकते हैं.

अच्छा खाएं
हमने अक्सर अपने बड़ों को यह कहते सुना है कि गाजर आंखों की रोशनी के लिए अच्छा होता है. हालांकि, फलों और सब्जियों से भरपूर डाइट का सेवन करना, विशेष रूप से गहरे हरे रंग की सब्जियां जैसे पालक, केल, या कोलार्ड ग्रीन्स, आंखों की रोशनी बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण हैं. इसके अलावा, सैल्मन, लेक ट्राउट, मैकेरल, सार्डिन, टूना और हलिबूट जैसी मछली खाने से भी आंखों की सेहत को बढ़ावा मिलता है.

व्यायाम
शारीरिक रूप से एक्टिव होने से प्रारंभिक और उन्नत धब्बेदार अध: पतन, कम ब्लड प्रेशर, सूजन, ऑक्सीडेटिव तनाव, और महत्वपूर्ण रूप से लगभग हर पुरानी बीमारी की कम दरों के विकास के कम जोखिम से जुड़ा हुआ है. एरोबिक वर्कआउट का बेहतर संज्ञानात्मक कार्य पर सीधा असर पड़ता है. इसलिए एक हेल्दी ब्रेन आपको बेहतर देखने में मदद कर सकता है.

Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.

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