फैट के बारे में हमें बचपन से ही आधी-अधूरी बातें बताई जाती हैं। यहां पढ़ें फैट से जुड़ी जरूरी बातें...
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फैट यानी वसा का नाम सुनते ही लोगों की भौहें चढ़ जाती हैं। हमें बचपन से बताया जाता है कि शरीर में फैट होना मतलब मोटापा और खतरे की घंटी बजना। मगर रुकिए जनाब, यह जानकारी आधी-अधूरी है। फैट सिर्फ बुरा ही नहीं होता, बल्कि आपके शरीर के लिए जरूरी भी होता है। फैट के बारे में ऐसे ही कई दिलचस्प बातें हैं, जिनके बारे में हम नहीं जानते। आइए इस आर्टिकल में फैट के प्रकार के साथ इस से संबंधित 5 दिलचस्प फैक्ट जानते हैं।
फैट के प्रकार (Types of Fat)
फैट के प्रकार निम्नलिखित हैं, जैसे-
1. सैचुरेटेड फैट
सैचुरेटेड फैट को सॉलिड फैट भी कहा जाता है। आमतौर पर यह जानवरों से प्राप्त उत्पादों में पाया जाता है, जैसे दूध, चीज या मीट। हालांकि, मछली में रेड मीट के मुकाबले कम सैचुरेटेड फैट होता है। नारियल तेल, कोकोआ बटर में भी इसकी मात्रा पाई जाती है। सैचुरेटेड फैट आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा सकता है। इसलिए इसे 'बैड फैट' भी कहा जाता है।
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2. ट्रांस फैट
जब फैट को हाइड्रोजनीकरण प्रक्रिया की मदद से रूम टेंप्रेचर पर और ज्यादा सख्त बना दिया जाता है, तो उसे ट्रांस फैट कहा जाता है। इससे फैट की सेल्फ लाइफ बढ़ाई जाती है। यह फैट भी कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा देता है।
3. अनसैचुरेटेड फैट
अनसैचुरेटेड फैट अक्सर पौधों से उत्पादित तेल में मिलता है। इसके सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर सुधारा जा सकता है। आपको इस प्रकार के फैट का सेवन करना चाहिए। अनसैचुरेटेड फैट को ही 'गुड फैट' कहा जाता है। इसके विभिन्न प्रकार नट्स व वेजिटेबल ऑयल, सोयाबीन, मछली आदि से प्राप्त किया जा सकता है। मोनो अनसैचुरेटेड और पॉली अनसैचुरेटेड फैट इसके प्रकार हैं।
फैट से जुड़े 5 दिलचस्प फैक्ट
यहां दी गई जानकारी किसी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है।
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