Dahi ke nuksan: सावन का मौसम है ऐसे में जानकार दही का सेवन कम करने की सलाह देते हैं. आपको बता दें दही इस मौसम में कई दिक्कत पैदा कर सकती है. ऐसे में आज हम आपको दही खाने का सही तरीका बताने वाले हैं.
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Dahi ke nuksan: दही का इस्तेमाल कई तरह से होता है. कई लोग इसे लस्सी बना कर खाना पसंद करते हैं तो कुछ ऐसका सेवन रायता बना कर कर करते हैं. कई लोग दही के फायदों का जिक्र करते हैं और यह दावा करते हैं कि दही पाचन क्रिया को सही करने का काम करती है. लेकिन आपको बता दें दही खाने के नुकसान भी कई हैं. बदलते मौसम के साथ यह आपको बीमार भी कर सकती है. सावन के मौसम में दही खाने को लेकर एक्सपर्ट खास एहतियात बरतने की सलाह देते हैं. आज हम आपको दही के नुकसान से वाकिफ कराएंगे साथ ही बताएंगे कि आप दही का सेवन कैसे कर सकते हैं ताकि यह शरीर के लिए नुकसान ना पहुंचाए. तो चलिए जानते हैं.
दही को वैसे तो हड्डियों के लिए उमदाह चीज कहा जाता है. लेकिन अर्थराइटिस के केस में यह आपको नुकसान पहुंचा सकती है. दही के सेवन से जोड़ों में दर्द हो सकता है. इसके अलावा कई लोग जोड़ जाम होने की भी शिकायत कर सकते हैं. ऐसे लोगों को दही के सेवन से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए.
दही खाने से लोग अकसर गला दुखने की शिकायत करते हैं. इसी वजह से डॉक्टर्स इसे बदलते मौसम के दौरान ना खाने की सलाह देते हैं. दही में सिट्रिक एसिड भी पाया जाता है जो गले में सूजन बढ़ा देता है और जलन पैदा करता है. ध्यान रहे ताजी दही का ही सेवन करें.
दही अस्थमा पेशेंट्स के लिए भी हानिकारक मानी जाती है. अस्थमा पेशेंट्स को दही का सेवन कम करना चाहिए. आर्युवेद के मुताबिक दही कफ बढ़ाने का काम करती है और उसे गाढ़ा कर देती है. जिसकी वजह से अस्थमा पेशेंट्स की हालत बिगड़ सकती है.
जिन लोगों को कोल्ड या फ्लू की दिक्कत है उन्हें दही के सेवन से बचना चाहिए. यह बीमारी को और ज्यादा बिगड़ सकती है. दही कफ बढ़ाती है और गले में जलन पैदा करती है. जिसकी वजह से कई दिक्कतें पैदा होती हैं.
कई लोगों में देखा गया है कि दही तेजाब बनाने का काम करती है. जिन लोगों को एसिडिटी की दिक्कत है उन्हें दही का सेवन अन्य खाद्य पदार्थों के साथ नहीं करना चाहिए. आर्युवेद जानकारों का मनाना है कि दो प्रस्पर विरोधी खाद्य पदार्थ तेजाब की शिकायत करते हैं.
जिन लोगों को गला दुखने और कफ आदि की दिक्कत है उन्हें दही के सेवन से बचना चाहिए. इसके अलावा कोशिश करें कि दही ताजी ही खाएं, यह आपके कफ कम बनाएगी और गले में दुखन नहीं पैदा करेगी. आप दही को ड्राइ फ्रूट्स और या केले के साथ सेवन कर सकते हैं.