अध्ययन में यह भी सामने आया कि नॉन-वेज (Non-Veg) न खाने वाले लोगों में नॉन-वेज खाने वालों की तुलना में एक दशक में हर 1 हजार लोगों में फ्रेक्चर के मामलों की संख्या 20 ज्यादा होती है.
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नई दिल्ली: यदि आप शाकाहारी (Vegetarian) हैं तो आपकी हड्डियों को लेकर एक अहम जानकारी सामने आई है. एक अध्ययन से पता चला है कि वेज डायट लेने वाले लोगों में फ्रेक्चर (Fracture) होने की आशंका अधिक होती है. 55 हजार से ज्यादा लोगों पर किए गए अध्ययन में सामने आया कि नॉन-वेज (Non-Veg) खाने वाले लोगों की तुलना में नॉन-वेज न खाने वालों को हड्डियों (Bones) में फ्रेक्चर होने का खतरा ज्यादा होता है. ईपीआईसी-ऑक्सफोर्ड द्वारा किए गए इस अध्ययन में बेहतर नतीजे पाने के लिए प्रतिभागियों को 18 साल तक ट्रैक करके जानकारियां जुटाईं गईं.
इतने फीसदी आशंका ज्यादा
इस अध्ययन में शामिल 55,000 लोगों में से 2,000 लोग शाकाहारी थे. शोध में पाया गया कि जो लोग मीट का सेवन नहीं करते हैं उनमें फ्रैक्चर होने की आशंका 43 प्रतिशत अधिक होती है. अध्ययन में पाया गया कि इन प्रतिभागियों को 18 साल के दौरान कुल मिलाकर 3,941 फ्रैक्चर हुए, जिनमें हिप फ्रैक्चर को लेकर सबसे बड़ा अंतर पाया गया. नॉन-वेजीटेरियन लोगों की तुलना में वेजीटेरियन लोगों में हिप फ्रेक्चर का जोखिम 2.3 गुना अधिक था.
न्यूफिल्ड डिपार्टमेंट ऑफ पॉपुलेशन हेल्थ के न्यूशनल ऐपिडिमियोलॉजिस्ट डॉ. टॉमी टोंग के नेतृत्व में किया गया यह अध्ययन BMC मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित किया गया है.
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एक दशक में इतने फ्रेक्चर का खतरा ज्यादा
अध्ययन में यह भी सामने आया कि नॉन-वेज न खाने वाले लोगों में नॉन-वेज खाने वालों की तुलना में एक दशक में हर 1 हजार लोगों में फ्रेक्चर के मामलों की संख्या 20 ज्यादा होती है.
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वहीं हिप फ्रैक्चर का खतरा सबसे ज्यादा होने के अलावा वेगान डाइट लेने वालों को पैरों में फ्रैक्चर, कलाई, पसलियों, हाथ जैसी अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर भी फ्रेक्चर होने का जोखिम अधिक होता है. हालांकि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि फ्रेक्चर के पीछे कारण हड्डियों का कमजोर या खराब होना या एक्सीडेंट है.
हालांकि ढेर सारे फल-हरी सब्जियों वाला एक संतुलित शाकाहारी आहार (Diet) शरीर में पोषक तत्वों के स्तर में सुधार कर सकता है और इससे दिल की बीमारियों और डायबिटीज का खतरा भी हो जाता है.