Stomach Cancer Early Sign: इसरो चीफ एस सोमनाथ पेट के कैंसर से ग्रसित हैं. इसका पता उन्हें आदित्य एल-1 के लॉन्च के दिन लगा. उन्होंने अपनी बीमारी का खुलासा करते हुए बताया कि चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग के समय ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी.
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Isro Chief S Somnath Stomach Cancer: पेट का कैंसर दुनिया भर में होने वाले सबसे आम कैंसरों में से एक है. हाल ही में इसरो चीफ एस सोमनाथ के इस जानलेवा बीमारी से ग्रस्त होने की खबर सामने आयी है. इंडिया टुडे के अनुसार इसरो चीफ ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी तबीयत अगस्त में चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग के समय से ही बिगड़ने लगी थी, लेकिन उस समय सारे टेस्ट नॉर्मल आए थे. लेकिन जब उन्होंने सितंबर में स्कैनिंग करवाई तो रिपोर्ट में पेट में बढ़ रहे कैंसर का पता लगा है.
हैरान करने वाली बात यह है कि वह अस्पताल में 4 दिन एडमिट रहने के बाद ही काम पर लौट आए थे. ऐसे में यहां हम आपको पेट के कैंसर के शुरुआती लक्षणों और इससे बचाव के बारे में बता रहे हैं ताकि वक्त रहते आप इस जानलेवा बीमारी से खुद को बचा सकें.
पेट का कैंसर कैसे होता है
पेट के कैंसर के लिए हेलिकोबैक्टर पाइलोरी संक्रमण पायलोरी, एक जीवाणु जिम्मेदार होता है. इसके कारण पेट में सूजन (गैस्ट्राइटिस), पेप्टिक अल्सर, और कुछ प्रकार के पेट के कैंसर हो जाते हैं. यह कैंसर मेटास्टेसिस होता है, यानी की यह जिस अंग में होता वहीं तक सीमित नहीं रहता, दूसरे अंगों तक भी जल्दी फैलता है.
पेट के कैंसर का लक्षण
पेट के कैंसर का जल्दी पता कैसे लगाएं?
कैंसर.नेट के अनुसार, पेट का कैंसर आमतौर अपने शुरुआती चरण में कोई विशेष लक्षण नहीं दिखाता है. यदि इसके कारण सेहत में कोई बदलाव आता भी है तो वह इतना अस्पष्ट होता है कि इससे कैंसर को बिना जांच के समझ पाना मुश्किल होता है.
क्या है पेट के कैंसर का इलाज
पेट का कैंसर होने का बाद शख्स एक लंबा जीवन जी सकता है, क्योंकि इसका इलाज संभव है. इसमें सर्जरी के माध्यम से ट्यूमर को शरीर से अलग किया जाता है.
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किन लोगों को रहता है पेट के कैंसर का ज्यादा खतरा
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, किसी को भी पेट का कैंसर हो सकता है, लेकिन कुछ कारक आपके जोखिम को बढ़ा सकते हैं. जैसे आपको पेट का कैंसर होने की अधिक संभावना है यदि- आपकी उम्र 65 वर्ष या उससे अधिक है, और आप एक पुरुष हैं. इसके अलावा पूर्वी एशियाई, दक्षिण या मध्य अमेरिकी या पूर्वी यूरोपीय देशों में भी यह बीमारी ज्यादा होती है.