सौंफ (Anise) को भारतीय रसोई में खाने के मसाले के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही इसे हम माउथ फ्रेशनर के रूप में खाते हैं, ताकि मुंह से दुर्गंध न आए.
हर महीने महिलाओं को मासिक धर्म से गुजरना पड़ता है. सौंफ के पानी का सेवन करने से आपको दर्द से राहत मिल जाएगी. सौंफ के पानी से मासिक धर्म के दौरान पेड़ू में होने वाले दर्द और ऐंठन से राहत मिलती है.
सौंफ का पानी मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है, इससे शरीर का अधिक फैट बर्न हो जाता है. सुबह खाली पेट सौंफ के पानी का सेवन करना चाहिए, जिससे वजन घटाने में आपको मदद मिलेगी. इसके लिए आपको सौंफ के दानों को रातभर पानी में भिगोकर रखना होगा और सुबह इसका सेवन कर लें.
सौंफ के पानी से खून भी साफ होता है. इसके लिए एक चम्मच सौंफ को एक गिलास पानी में भिगोकर रातभर के लिए छोड़ दें और सुबह उठकर उस पानी का सेवन करें. सौंफ में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है.
पेट संबंधी समस्याएं होने पर सौंफ का पानी पीना चाहिए. बदहजमी, एसिडिटी (acidity) या पेट में गैस की समस्या में सौंफ का पानी फायदेमंद होता है. सौंफ के पानी में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. जी मचलना और उल्टी में भी सौंफ का पानी फायदा देता है.
एक अध्ययन के अनुसार, सौंफ के पानी की एक निश्चित खुराक लेने पर दवाओं की तुलना में इसने ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
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