Is diet soda healthy for you: क्या आप भी शुगर और कैलोरी इनटेक को कम करने के लिए डाइट सोडा पीते हैं? यदि आपका जवाब हां है तो इससे जुड़े एक स्टडी के खुलासे आपको निराश कर सकते हैं.
Trending Photos
रोजाना दो लीटर या उससे अधिक आर्टिफिशियल रूप से मीठा किया गया ड्रिंक पीने से दिल की धड़कन अनियमित रूप से तेज हो सकती है. इसका खुलासा शंघाई के शोधकर्ताओं द्वारा की गयी एक स्टडी में हुआ है. इस स्टडी में यह भी पाया गया है कि हफ्ते भर में लगभग 118 मिलीलीटर बिना चीनी का जूस पीने से एट्रियल फिब्रिलेशन का खतरा 8% कम हो जाता है.
अध्ययन से यह पता चलता है कि जो लोग रोज बिल्कुल भी इस तरह के पेय नहीं पीते थे उनकी तुलना में रोज दो लीटर या उससे अधिक पीने वालों में एट्रियल फिब्रिलेशन (Atrial Fibrillation) होने का खतरा 20% ज्यादा था. बता दें कि एट्रियल फिब्रिलेशन एक ऐसी स्थिति है जिसमें दिल के ऊपरी हिस्से में अनियमित धड़कन होती है.
खास है यह स्टडी
पोषण विज्ञान की प्रोफेसर पेनी क्रिस-एथर्टन का कहना है कि यह स्टडी बहुत खास है. क्योंकि इसमें कम कैलोरी वाले स्वीटनर के साथ-साथ शुगर वाले ड्रिंक्स और एट्रियल फिब्रिलेशन के बढ़ते खतरे के बीच संबंध बताता चलता है. हालांकि- यह कारण और प्रभाव को सिद्ध नहीं करता है. इसके लिए अधिक शोध की आवश्यकता है.
ऐसे लोग रहें सावधान
यह स्टडी उन लोगों के लिए एक चेतावनी के रूप में काम कर सकता है जो रोजाना बड़ी मात्रा में आर्टिफिशियल स्वीटनर वाले ड्रिंक्स का सेवन करते हैं. क्यों ऐसे लोगों में ज्यादा यानी की दूसरों की तुलना में 20 प्रतिशत तक एट्रियल फिब्रिलेशन का जोखिम होता है.
एट्रियल फिब्रिलेशन क्यों है खतरनाक
जॉन्स हॉपकिंस मेडिसिन के अनुसार, एट्रियल फिब्रिलेशन की स्थिति परेशान करने वाले लक्षणों और गंभीर मेडिकल कंडीशन का कारण बन सकती है. इसमें ब्लड क्लॉटिंग भी शामिल हैं जो स्ट्रोक और हार्ट फेल का कारण बन सकते हैं.
डायट सोडा पीने के ये भी हैं नुकसान
डायट सोडा पीने गट हेल्थ से जुड़ी समस्या हो सकती है. इसके अलावा सरदर्द, मोटापा, हाई ब्लेड प्रेशर, डायिबटीज का भी जोखिम होता है.