Delhi Violence: 600 ट्रैक्टर और 10000 से ज्यादा प्रदर्शनकारी पहुंचे थे Tractor Parade में, इतने वाहनों में हुई तोड़फोड़
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Delhi Violence: 600 ट्रैक्टर और 10000 से ज्यादा प्रदर्शनकारी पहुंचे थे Tractor Parade में, इतने वाहनों में हुई तोड़फोड़

गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर दिल्ली में बवाल करने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की एफआईआर के मुताबिक आईटीओ (ITO) पर 10,000 प्रदर्शनकारी पहुंचे थे, छह बसों, पांच पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की गई.

ट्रैक्टर परेड के दौरान पथराव करते हुए प्रदर्शनकारी (फोटो-ANI).

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस (Republic Day) के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के दौरान आईटीओ पर हिंसा (ITO Violence) के दौरान उपद्रवियों द्वारा कितना नुकसान किया गया है इसका पूरा हिसाब लगाया जा रहा है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) द्वारा दर्ज FIR में लिखा गया है कि दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की छह बसों और पुलिस के पांच वाहनों में तोड़फोड़ की गई. हिंसा की घटनाओं में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए. पुलिस अब हिंसा में संलिप्त प्रदर्शनकारियों की पहचान के लिए कई वीडियो और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. राष्ट्रीय राजधानी में लाल किला (Red Fort) और किसानों के प्रदर्शन स्थलों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गयी है.

10000 से ज्यादा प्रदर्शनकारी पहुंचे

एफआईआर में दावा किया गया है कि इलाके में 600 ट्रैक्टरों के जरिए 10,000 से ज्यादा प्रदर्शनकारी दाखिल हुए. इसके बाद भड़की हिंसा (Delhi Violence) में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और लोहे के 70 बैरिकेड्स तोड़ दिए गए. दिल्ली पुलिस (Delhi police) ने कहा है कि प्रदर्शनकारियों ने तिलक ब्रिज से लुटियन दिल्ली में दाखिल होने का प्रयास किया जबकि इंद्रप्रस्थ इस्टेट थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर परेड आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गयी थी. इसी थाने में FIR दर्ज की गयी है.

अड़े रहे इस मांग पर

एफआईआर के मुताबिक, किसानों ने बैरिकेड तोड़ डाले और आईटीओ में ट्रैक्टरों से डीटीसी की बसों को टक्कर मारी और पुलिसकर्मी को कुचलने का प्रयास किया. यह भी कहा गया है कि 'पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को समझाने का प्रयास किया लेकिन, वे लुटियन क्षेत्र में जाने के लिए अड़े रहे. उन्होंने मीडियाकर्मियों के वाहनों और उपकरणों को भी नुकसान पहुंचाया.' 

युद्ध क्षेत्र जैसा था दृश्य

बता दें, किसानों की मांगों के समर्थन में राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर मंगलवार को निकाली गई ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के दौरान हिंसा के कारण अराजकता हुई. बड़ी संख्या में उग्र प्रदर्शनकारी बैरियर तोड़ते हुए लाल किला पहुंच गए और उसकी प्राचीर पर एक स्तंभ पर धार्मिक झंडा लगा दिया. इस दौरान आईटीओ (ITO) एक संघर्ष क्षेत्र की तरह दिख रहा था जहां गुस्साये प्रदर्शनकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त करते दिखे. सड़कों पर ईंट और पत्थर बिखरे पड़े थे.

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यहां से हुई बवाल की शुरुआत

शुरुआत का जिक्र करते हुए पुलिस एफआईआर में लिखा है, ‘पुलिसकर्मी रामचरण अग्रवाल चौक, आईटीओ पर तैनात थे. दोपहर 12 बजे सराय काले खां की तरफ से एमजीएम मार्ग पर 500 से 600 ट्रैक्टरों पर सवार होकर 9,000 से 10,000 प्रदर्शनकारी आईटीओ आ गए.’ FIR में दावा किया गया है कि रामचरण अग्रवाल चौक से डीडीयू मार्ग की तरफ जा रहे एक ट्रैक्टर ने आंध्र पब्लिक स्कूल के पास बैरिकेड को टक्कर मारी और यह ट्रैक्टर पलट गया. पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों ने ट्रैक्टर के नीचे दबे ड्राइवर को बचाने की कोशिश की लेकिन तब तक दूसरे ट्रैक्टरों पर प्रदर्शनकारी वहां पहुंच गए और पुलिसकर्मियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की.

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