Independence Day: 78वां स्वतंत्रता दिवस.. लगातार 11वीं बार लाल किले से संबोधन; PM मोदी दिखाएंगे विकसित भारत 2047 का विजन
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Independence Day: 78वां स्वतंत्रता दिवस.. लगातार 11वीं बार लाल किले से संबोधन; PM मोदी दिखाएंगे विकसित भारत 2047 का विजन

15 August 2024: दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार 11वें साल लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. विकसित भारत का विषय उनके संबोधन में प्रमुखता से छाया रह सकता है. स्वतंत्रता दिवस को लेकर पूरे देश में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.

Independence Day: 78वां स्वतंत्रता दिवस.. लगातार 11वीं बार लाल किले से संबोधन; PM मोदी दिखाएंगे विकसित भारत 2047 का विजन

Independence Day 2024: पूरा देश 78वें स्वतंत्रता दिवस का महापर्व मना रहा है. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर लगातार 11वीं बार तिरंगा फहराएंगे और राष्ट्र को संबोधित करेंगे. वे विकसित भारत 2047 का विजन भी रखेंगे. स्वतंत्रता दिवस को लेकर दिल्ली से बस्तर तक पूरे देश में कड़ी सुरक्षा रहेगी. इधर लाल किले पर भारतीय ओलंपिक दल, बीआरओ कर्मी, लखपति दीदी विशेष मेहमान रहेंगे. पीएम मोदी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लगातार 11वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. इस अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में वे अपनी सरकार का एजेंडा रखेंगे, रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करेंगे, महत्वपूर्ण नीति और कार्यक्रम की घोषणा करेंगे. ‘विकसित भारत’ का विषय उनके संबोधन में प्रमुखता से छाया रह सकता है. माना जा रहा है कि वह अपने संबोधन में बांग्लादेश में संकट की स्थिति, विशेष रूप से अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बनाए जाने का उल्लेख भी कर सकते हैं.

6000 विशेष मेहमान आमंत्रित

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बृहस्पतिवार को लाल किले पर आयोजित समारोह में आमंत्रित किए गए 6,000 विशेष मेहमानों में पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाला भारतीय दल, अटल नवाचार मिशन से लाभ उठाने वाले विद्यार्थी, सीमा सड़क संगठन के कर्मी और ग्राम पंचायतों के सरपंच शामिल हैं. रक्षा मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि इस साल के स्वतंत्रता दिवस की थीम ‘2047 में विकसित भारत’ है. यह समारोह 2047 तक देश को एक विकसित राष्ट्र में रूपांतरित करने की दिशा में सरकार के प्रयासों को नए सिरे से बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा.

यह भी कहा गया कि राष्ट्रीय उत्साह के इस पर्व में जनभागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से इस वर्ष लाल किले पर होने वाले समारोह का अवलोकन करने के लिए लगभग 6,000 विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. ये लोग विभिन्न क्षेत्रों से हैं, जिनमें युवा, जनजातीय समुदाय, किसान, महिलाएं और अन्य विशिष्ट अतिथि शामिल हैं, जिन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं/पहलों की मदद से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है.

क्या है पीएम मोदी के कार्यक्रम का शेड्यूल

लाल किले पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री का स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने करेंगे. रक्षा सचिव दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार का प्रधानमंत्री से परिचय कराएंगे. इसके बाद दिल्ली क्षेत्र के जीओसी प्रधानमंत्री मोदी को सलामी मंच पर ले जाएंगे, जहां संयुक्त अंतर-सेवा और दिल्ली पुलिस गार्ड प्रधानमंत्री को सामान्य सलामी देंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री सलामी गारद का निरीक्षण करेंगे.

प्रधानमंत्री के लिए सलामी गारद दल में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस से एक-एक अधिकारी और 24 कर्मी शामिल होंगे. इस वर्ष भारतीय नौसेना समन्वयकारी सेना है. सलामी गारद की कमान कमांडर अरुण कुमार मेहता संभालेंगे. प्रधानमंत्री के गार्ड में सेना की टुकड़ी की कमान मेजर अर्जुन सिंह संभालेंगे, नौसेना की टुकड़ी की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर गुलिया भावेश एनके संभालेंगे और वायु सेना की टुकड़ी की कमान स्क्वाड्रन लीडर अक्षरा उनियाल संभालेंगी. दिल्ली पुलिस की टुकड़ी की कमान एडिशनल डीसीपी अनुराग द्विवेदी संभालेंगे. लेफ्टिनेंट संजीत सैनी झंडा फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता करेंगे. 

दिल्ली से बस्तर तक, पूरे देश में कड़ी सुरक्षा 

स्वतंत्रता दिवस से पहले पूरे देश में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. दिल्ली में 10,000 से अधिक पुलिसकर्मी और स्नाइपर तैनात किए गए हैं तथा छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित बस्तर क्षेत्र के 13 गांवों में सुरक्षा शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां बृहस्पतिवार को पहली बार तिरंगा फहराया जाएगा. पुलिसकर्मियों ने बुधवार को पंजाब में विभिन्न स्थानों पर वाहनों की जांच की और ‘फ्लैग मार्च’ किया, जबकि केंद्रीय सुरक्षा बलों ने त्रिपुरा में कड़ी निगरानी रखी.

PM लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. इसके मद्देनजर 10,000 से अधिक पुलिसकर्मियों और 3,000 यातायात पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. अधिकारियों के अनुसार, बुधवार को वीवीआईपी इलाकों में ‘मॉक ड्रिल’ की गई. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य अतिथियों की सुरक्षा के लिए रणनीतिक स्थानों पर स्नाइपर, विशिष्ट स्वाट कमांडो, पतंग पकड़ने वाले और शार्पशूटर तैनात किए जाएंगे. इसके अतिरिक्त, मध्य और नयी दिल्ली जिलों में चेहरे की पहचान करने वाले एआई-आधारित 700 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.

राष्ट्रीय राजधानी की सभी सीमाएं सील 

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हरियाणा-दिल्ली और उत्तर प्रदेश-दिल्ली से राष्ट्रीय राजधानी की सभी सीमाएं बुधवार रात 11.30 बजे के बाद वाणिज्यिक एवं भारी वाहनों के प्रवेश के लिए सील कर दी जाएंगी. राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने वाले वाहनों की उचित जांच की जाएगी.’’ नयी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त देवेश कुमार महला ने कहा, ‘‘हमने कनॉट प्लेस और संसद मार्ग पर मॉक ड्रिल की, क्योंकि नयी दिल्ली को वीवीआईपी क्षेत्र माना जाता है. हमने कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए हैं.’’

अधिकारियों ने बताया कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड, मॉल, मेट्रो स्टेशनों और बाजारों सहित विभिन्न स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस दल और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. दिल्ली यातायात पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस से पहले यातायात परामर्श जारी किया है और मुख्य समारोह में आमंत्रित लोगों की सुविधा और सुरक्षा कारणों से बृहस्पतिवार को लाल किले के आसपास के क्षेत्र में आवाजाही पर कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं. पुलिस ने एक अगस्त को शहर में पैराग्लाइडर, यूएवी, हॉट एयर बैलून और छोटे आकार के विमान जैसे हवाई उपकरणों को उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया था. परामर्श में इसे फिर से दोहराया गया जो बृहस्पतिवार तक लागू रहेगा. 

मोदी लाल किले पर लगातार 11वीं बार तिरंगा फहराएंगे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बृहस्पतिवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लगातार 11वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. इस अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में में जहां वह अपनी सरकार का एजेंडा रखते हैं, रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करते हैं, महत्वपूर्ण नीति और कार्यक्रम की घोषणा करते हैं वहीं देश के समक्ष ज्वलंत मुद्दों के बारे में बात भी करते हैं. स्वतंत्रता दिवस पर अपने तीसरे कार्यकाल के पहले संबोधन में वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ देंगे. मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 के दौरान लाल किले की प्राचीर से 10 बार तिरंगा फहराया था. इस मामले में मोदी जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं. नेहरू को यह सम्मान 17 और इंदिरा को 16 बार मिला था. Agency Input

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