Kashmir ने बनाया पर्यटकों का रिकॉर्ड, साल 2012 के बाद आए सबसे ज्‍यादा करीब 50 हजार टूरिस्‍ट
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Kashmir ने बनाया पर्यटकों का रिकॉर्ड, साल 2012 के बाद आए सबसे ज्‍यादा करीब 50 हजार टूरिस्‍ट

इस साल की शुरुआत से ही पर्यटकों का तांता कश्मीर में लगा हुआ है. जनवरी के महीने में 19,102 तो फरवरी में 26,000 पर्यटक घाटी आए. 

(फाइल फोटो)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटने के बाद यहां अमन-चैन की वापसी हुई है और इसकी गवाही यहां आने वाले पर्यटकों की संख्‍या दे रही है. कश्मीर घाटी में इस सर्दी में पर्यटकों की आमद में अचानक वृद्धि देखी गई है. सिर्फ पिछले दो महीनों में 45000 से अधिक पर्यटक कश्मीर आए हैं. वहीं अप्रैल-मई तक के महीने तक लगभग 80 प्रतिशत बुकिंग है.

जनवरी से लेकर फरवरी तक आए 45 हजार से अधिक पर्यटक

गृह मंत्रालय ने कोविड-19 महामारी के बाद राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पर्यटन के लिए खोलने के निर्देश मिलने के बाद से कश्मीर में पर्यटकों का तांता लगा है. पर्यटन विभाग पर्यटकों की मेजबानी करने के लिए चौबीसों घंटे लगा हुआ है. आंकड़ों के मुताबिक, इस वर्ष जनवरी से लेकर फरवरी आखिर तक 45 हजार से अधिक पर्यटक पहुंचे हैं. अगर इसकी तुलना पिछले साल से की जाए, तो आंकड़े बताते हैं कि जनवरी 2020 से दिसंबर 2020 तक, घाटी में केवल 41,267 पर्यटक ही आए थे, जिसमें अकेले दिसंबर के महीने में, घाटी को 13,237 पर्यटक क्रिसमस और नए साल का जश्न मानने आए थे. 

अप्रैल-मई तक 80% बुकिंग

इस साल की शुरुआत से ही पर्यटकों का तांता कश्मीर में लगा हुआ है. जनवरी के महीने में 19,102 तो फरवरी में 26,000 पर्यटक घाटी आए. होटल और अन्‍य पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के मुताबिक, अप्रैल-मई तक बुकिंग लगभग 80% है, जो संकेत देते हैं कि यह वर्ष कश्मीर के लिए बेहद सुहाना रहेगा. पर्यटन उद्योग से जुड़े लोग बरसों बाद पर्यटन में हुई इस बढ़ोतरी से बेहद खुश दिख रहे हैं. 

साल 2012 के बाद पहली बार आए इतने ज्‍यादा पर्यटक

होटल उद्योग से जुड़े मुज़फ्फर अहमद कहते हैं, 'जनवरी और फरवरी का महीना बहुत अच्‍छा रहा है. यह 2012 के बाद से ऐसा देखने को मिला है. लगभग 50 हजार के करीब पर्यटक आए हैं और हम उम्मीद कर रहे हैं कि आगे भी अच्‍छा रहेगा अप्रैल-मई हमारा बुक जा रहा है. पर्यटन कश्मीर की अर्थव्‍यवस्‍था की रीढ़ की हड्डी है.'

बर्फबारी का हुआ फायदा

एक अन्‍य ट्रैवल एजेंट अब्दुल कयूम कहते हैं, 'कश्मीर में लगभग 20 लाख लोग पर्यटन पर निर्भर हैं. पर्यटन हमारी रीढ़ की हड्डी है. हमें इन्हें अच्‍छा माहौल देना है, ताकि सब अच्‍छा हो. सरकार को हवाई किराये में रियायत करनी चाहिए ताकि हर कोई यहां आ सके. इस साल जो बर्फबारी  हुई है, उससे काफी फ़ायदा हुआ है.'

मंज़ूर अहमद पर्यटन कारोबारी कहते हैं, 'पर्यटन बहुत अच्‍छा चल रहा हैं, पूरे पीक पर है. पर्यटक आ रहे हैं, एन्जॉय कर रहे हैं. उम्मीद बहुत है, काफी पर्यटक आएंगे क्‍योंकि, यहां से अच्‍छा संदेश जा रहा है.' इस बार लगातार हुई बर्फ़बारी ने सोने पर सुहागा का काम किया है. पर्यटन विभाग के मुताबिक, ताजा बर्फबारी के कारण कश्मीर के पर्यटन स्‍थल पर्यटकों से भरे हैं. खास कर गुलमार्ग में अगले एक महीने तक रहने की कहीं जगह नहीं है. उस पर वहां पर्यटन विभाग ने तरह तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए,  जिसमें खेलो इंडिया एक बड़ा आकर्षण रहा. हाल ही में हुई बर्फ की वजह से पर्यटन विभाग ने विंटर टूरिज्‍म की अवधि को भी बढ़ाया है. कश्मीर आ रहे पर्यटक बेहद खुश लग रहे हैं और बाकी लोगों से भी कह रहे हैं कि घाटी पहुंचें और खूबसूरत दृश्‍यों  का आनंद लें. 

कई उत्‍सवों की तैयारी

यहां घूमने आईं ज़ोया कहती हैं, 'बहुत अच्‍छा महसूस कर रहे हैं, सबको आना चाहिए, हम सब जगह घूम चुके हैं. लोग बहुत अच्‍छे हैं. लोगों का व्‍यवहार बहुत अच्‍छा है, बहुत खूबसूरत जगह है.' वहीं हज़्ज़ुदीन कहते हैं, 'ऐसी जगह पूरी दुनिया कही नहीं हैं. यहां की हर चीज खूबसूरत है. लोगों को सोच बदलनी पड़ेगी. यह खूबसूरत जगह है. कश्मीर नहीं आए, तो कहीं नहीं गए मान लो.'  

वहीं पर्यटन विभाग और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोग वसंत ऋतु की तैयारी में भी जुट गए हैं. एक अधिकारी ने कहा, 'विभाग आगामी वसंत ऋतु के लिए भी कार्यक्रमों को आयोजित करने की तैयारी कर रहा है, जिसमें ट्यूलिप गार्डन के उद्घाटन पर दो दिवसीय मेगा उत्सव और श्रीनगर के बादामवारी का उत्सव शामिल है.'

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