एक बार फिर से शान का प्रतीक माने जाने वाले साफा पहनकर उन्हें इसका मान बढ़ाया है.
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नई दिल्ली: भारत बुधवार (15 अगस्त) को अपना 72वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्रचीर से देश को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी वैसे तो अपने भाषण के लिए चर्चा में रहते हैं, लेकिन भाषण के साथ वो अपने ड्रेसिंग सेंस के लिए चर्चा में रहते हैं. 72वां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने सफेद कुर्ता पायजामा के साथ भगवा रंग का साफा पहना था, जिसकी किनारी लाल बंधेज की थी. इससे पहले 15 अगस्त के अपने पूर्व के चार भाषण के दौरान पीएम मोदी ने अलग-अलग रंग की पगड़ी पहनी थी, जिसने मीडिया और सोशल मीडिया में काफी सुर्खियां बटोरी थी.
एक बार फिर से शान का प्रतीक माने जाने वाले साफा पहनकर उन्हें इसका मान बढ़ाया है. पीएम मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले पर पगड़ी पहनकर भाषण देने की परंपरा शुरू की है. देश की कमान संभालने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने 2014 में 15 अगस्त को पहली बार साफा पहनकर देश को लालकिले से संबोधित किया था. गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में साफा को शान का प्रतीक माना गया है.
15 अगस्त 2017: पीएम बनने के बाद चौथी बार साफा पहनकर लाल किले पर तिरंगा फहराया. इस बार के साफे की लंबाई पहले पहने गए साफे से काफी ज्यादा थी. इस बार प्रधानमंत्री मोदी केसरिया और पीले रंग के साफे में लाल किले पर तिरंगा फहराने पहुंचे थे. साफे का पिछला हिस्सा काफी लंबा था. यह हर बार के मुकाबले इतना लंबा था कि पीएम के घुटनों तक पहुंच रहा था. इसे प्रधानमंत्री का अब तक का सबसे लंबा साफा माना जा रहा था. पीएम के इस साफे को गुजराती साफा बताया जा रहा है.
15 अगस्त 2016: प्रधानमंत्री मोदी साल 2016 में जोधपुरी साफा पहनकर लाल किले पर पहंचे थे. इस बार उन्होंने बेहद सादा कुर्ता पहना था लेकिन लाल, गुलाब और पीले रंग के उनके जोधपुरी साफे ने सबका दिल जीत लिया था. यह जोधपुर का प्रसिद्ध गजशाही साफा था. इनमें सू्ती कपड़ों को सफेद, हरा, केसरिया, गुलाबी, पीले और लाल रंग की पट्टियों में ऐसा रंगा जाता है कि एक साथ एक कपड़े कई रंग में दिखते हैं. इस साफ को प्रधानमंत्री ने खुद पसंद किया था. 2016 में अलग-अलग तरह के पांच साफों को पीएम निवास भेजा गया था. उन साफों में से पीएम ने नौ मीटर लंबे केसरिया पट्टी वाले गजशाही साफे को पसंद किया था.
15 अगस्त 2015: इस साल प्रधानमंत्री मोदी अपने साफे को लेकर भी काफी चर्चा में रहे थे. जयपुरी छापे के इस साफे में हरी और लाल धारियां थीं. साफे के पिछले हिस्से की लंबाई पीएम मोदी की कमर तक थी.
15 अगस्त 2014: साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर पीएम को तौर पर पहली बार झंडा फहराया तब वह पूरी तरह तिरंगे के रंग में नजर आए थे. मोदी ने सफेद कुर्ते-पायजामे के साथ राजस्थान के बांधनी प्रिंट का केसरिया साफा पहना था. तिरंगे के तीसरे रंग को उनके लिबास में शामिल करने के लिए साफे का किनारा हरा रखा गया था.