धरती पर कोरोना वायरस का संकट, आकाश से 5.2KM/सेकेंड से आ रही आफत
Advertisement
trendingNow1689859

धरती पर कोरोना वायरस का संकट, आकाश से 5.2KM/सेकेंड से आ रही आफत

अंतिरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने एक ऐसे उल्का पिंड (Asteroid) की पहचान की है जो धरती की ओर तेजी से बढ़ रहा है.

 

कोरोना वायरस के संकट से पूरी दुनिया परेशान है...(प्रतीकात्मक फोटो)

वॉशिंगटन. कोरोना वायरस (coronavirus) के संकट से पूरी दुनिया परेशान है. ऐसे में आसमान से एक बार आफत आने वाली है. अंतिरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने एक ऐसे उल्का पिंड (Asteroid) की पहचान की है जो धरती की ओर तेजी से बढ़ रहा है. एजेंसी ने अपने अलर्ट में कहा कि एक करीब आधा किलोमीटर बड़ा एक धरती (Earth) की तरफ तेजी से आ रहा है. इसकी रफ्तार करीब 5.2 किलोमीटर प्रति सेकेंड है. 

डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, ये उल्का पिंड 6 जून को धरती की कक्षा में दाखिल होगा. यह उल्का पिंड अमेरिका की एम्पायर स्टेट बिल्डिंग से भी बड़ा है. नासा ने इस उल्का पिंड का नाम रॉक-163348 (2002 NN4) रखा है और ऐसी संभावना जताई जा रही है कि कि ये 6 जून को पृथ्वी की सतह के बहुत करीब से गुजरेगा. इसकी संभावित लंबाई 250-570 मीटर है और चौड़ाई 135 मीटर है. ये उल्का पिंड सूर्य के करीब से गुजरता हुआ धरती की कक्षा में दाखिल हो रहा है. 

बीती 21 मई को भी 1.5 किलोमीटर बड़ा उल्का पिंड धरती के काफी करीब से होकर गुजरा था. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस उल्कापिंड की धरती से टक्कर होने की संभावना नहीं है लेकिन इस पर नजर रखना जरूरी है क्योंकि कभी-कभी गुरुत्वाकर्षण के चलते इस तरह के उल्का पिंड पृथ्वी के परिवेश में आखिरी समय पर भी प्रवेश कर जाते हैं.  

नासा के मुताबिक, रॉक-163348 (2002 NN4) उल्का पिंड धरती के पास से रविवार को सुबह 8:20 पर गुजरेगा. धरती के इतने पास से इतना बड़ा कोई उल्का पिंड इसके बाद साल 2024 में ही गुजरेगा. इसकी गति 5.2 किमी प्रति सेकेंड है यानी यह उल्कापिंड 11,200 मील प्रति घंटा की रफ्तार से आ रहा है. 

ये भी देखें...

Trending news