Sambhal: बर्क का मीटर उखड़ गया.. यूपी में संभल के सांसद के घर बिजली चोरी की जांच क्यों हुई?
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Sambhal: बर्क का मीटर उखड़ गया.. यूपी में संभल के सांसद के घर बिजली चोरी की जांच क्यों हुई?

Sambhal MP Bark Electricity Meter: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सांसद जियाउर रहमान बर्क के घर बिजली विभाग ने बड़ा एक्शन लिया है. बिजली विभाग की टीम ने उनके घर का मीटर उखाड़कर नया मीटर लगाया और पुराने मीटर को लैब में जांच के लिए भेज दिया.

Sambhal: बर्क का मीटर उखड़ गया.. यूपी में संभल के सांसद के घर बिजली चोरी की जांच क्यों हुई?

Sambhal MP Bark Electricity Meter: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सांसद जियाउर रहमान बर्क के घर बिजली विभाग ने बड़ा एक्शन लिया है. बिजली विभाग की टीम ने उनके घर का मीटर उखाड़कर नया मीटर लगाया और पुराने मीटर को लैब में जांच के लिए भेज दिया. सवाल ये है कि एक सांसद के घर बिजली चोरी की जांच की जरूरत क्यों पड़ी?

बिजली विभाग की टीम ने बदला मीटर

बिजली विभाग की टीम ने सांसद जियाउर रहमान बर्क के घर पर पहुंचकर सबसे पहले मीटर की जांच की. जांच के बाद पुराने मीटर को उखाड़कर नया मीटर लगा दिया गया. विभाग का कहना है कि 200 गज के मकान में सिर्फ 2 किलोवॉट का मीटर लगा हुआ था, जो सामान्य से कम है. अब यह जांच की जाएगी कि कहीं इस मीटर के जरिए बिजली चोरी तो नहीं हो रही थी.

231 रुपये का बिजली बिल बना शक की वजह

सांसद जियाउर रहमान बर्क के घर का नवंबर महीने का बिजली बिल महज 231 रुपये आया था. यह बिल भी केवल मीटर चार्ज का है, क्योंकि बिजली की खपत शून्य यूनिट दर्ज की गई. यह आंकड़ा हैरान करने वाला है, क्योंकि एक सांसद के घर में बिजली की खपत इतनी कम कैसे हो सकती है?

12 महीनों में सिर्फ 35 यूनिट खर्च

बिजली विभाग के दस्तावेजों के मुताबिक, दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक सांसद बर्क के घर की बिजली खपत हर महीने 35 यूनिट से ज्यादा नहीं हुई. पिछले पांच महीनों से तो खपत शून्य दर्ज हो रही है. इसके चलते उनका बिजली बिल 410 रुपये से ज्यादा कभी नहीं आया. दूसरी ओर, संभल के आम लोगों के घरों में बिजली का औसत बिल 1650 रुपये तक आ रहा है और हर महीने लगभग 300 यूनिट बिजली खर्च हो रही है.

संभल: बिजली चोरी में नंबर वन जिला

संभल जिला बिजली चोरी के मामलों में देश में सबसे आगे है. बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें सांसद बर्क के घर में कार्रवाई करने से डर लगता था. पहले जब भी टीम यहां पहुंचती थी, उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ता था.

150 जवानों की सुरक्षा में कार्रवाई

बिजली विभाग की टीम इस बार सांसद बर्क के घर सिर्फ 5-6 लोगों के साथ पहुंची थी. लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए यूपी पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के 150 जवान तैनात किए गए थे. इन जवानों के पास हथियार और टियर गैस गन भी मौजूद थे. इससे साफ होता है कि सांसद बर्क के घर कार्रवाई करना कितना मुश्किल और जोखिम भरा काम है.

पुराना मीटर लैब में जांच के लिए भेजा गया

बिजली विभाग ने पुराने मीटर को उखाड़कर लैब में भेज दिया है. वहां इसकी जांच होगी कि मीटर में कोई छेड़छाड़ तो नहीं की गई थी. विभाग का कहना है कि अगर जांच में गड़बड़ी पाई जाती है, तो आगे की कार्रवाई की जाएगी. बिजली विभाग के अधिकारियों ने यह भी कहा कि सांसद बर्क के घर कार्रवाई करने में उन्हें हमेशा डर लगता था. इसका कारण सांसद का प्रभाव और उनके समर्थकों का विरोध है. हालांकि, इस बार बड़ी सुरक्षा के बीच कार्रवाई को अंजाम दिया गया.

संभल की बिजली चोरी पर सवाल

संभल में बिजली चोरी की समस्या लंबे समय से बनी हुई है. आम लोगों को भारी बिजली बिल भरना पड़ता है, जबकि सांसद जैसे बड़े लोगों के घरों में बिजली की खपत शून्य होना कई सवाल खड़े करता है. सांसद जियाउर रहमान बर्क के घर की इस कार्रवाई ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. बिजली विभाग की रिपोर्ट और मीटर की जांच के नतीजे आने के बाद यह साफ हो पाएगा कि सांसद के घर बिजली चोरी हो रही थी या नहीं. फिलहाल, यह मामला संभल जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.

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