IFFI Controversy: लैपिड ने समापन समारोह में कहा था, हम सभी 15वीं फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' से परेशान और स्तब्ध थे. यह हमें एक प्रचार, अश्लील फिल्म की तरह लगा, जो इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के कलात्मक प्रतिस्पर्धी वर्ग के लिए अनुपयुक्त है.
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The Kashmir Files Row: फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को अश्लील और प्रोगेपेंडा करार दिए जाने पर अभिनेता अनुपम खेर ने आईएफएफआई के ज्यूरी प्रमुख नादव लापिड पर पलटवार किया है. वहीं फिल्म मेकर अशोक पंडित, भारत में इजरायल के राजदूत और मुंबई में इज़राइल के महावाणिज्यदूत कोब्बी शोशानी ने भी लापिड के बयान पर आपत्ति जताई. इस फिल्म फेस्टिवल का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लापिड फिल्म के बारे में विवादास्पद टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं. फेस्टिवल की पीआर टीम के एक सदस्य ने समापन समारोह के दौरान उनकी अश्लील टिप्पणी की पुष्टि की है. उनके इस बयान पर हमला बोलते हुए फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने ट्वीट किया. उन्होंने कहा, झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों ना हो..सत्य के मुकाबले में हमेशा छोटा ही होता है. इसके साथ उन्होंने फिल्म की तस्वीरें भी ट्वीट की.
झूट का क़द कितना भी ऊँचा क्यों ना हो..
सत्य के मुक़ाबले में हमेशा छोटा ही होता है.. pic.twitter.com/OfOiFgkKtD— Anupam Kher (@AnupamPKher) November 28, 2022
अशोक पंडित ने भी बोला हमला
वहीं फिल्म मेकर अशोक पंडित ने भी लापिड के बयान की आलोचना की. उन्होंने ट्वीट में कहा, 'फिल्म द कश्मीर फाइल्स के लिए लापिड की ओर से इस्तेमाल की गई भाषा पर मैं कड़ा विरोध जताता हूं. 3 लाख कश्मीरी हिंदुओं का नरसंहार दिखाने वाली फिल्म को अश्लील नहीं कहा जा सकता. बतौर फिल्ममेकर और कश्मीरी पंडित होने के नाते मैं आतंकवाद के पीड़ितों के प्रति इस तरह के व्यवहार की आलोचना करता हूं.'
I take strong objection to the language used by Mr. Nadav Lapid for #kashmirFiles .
Depicting the genocide of 3 lakh #KashmiriHindus cannot be called vulgar .
I as a filmmaker & a #KashmiriPandit condemn this shameless act of abuse towards victims of terrorism .— Ashoke Pandit (@ashokepandit) November 28, 2022
लापिड ने क्या कहा था?
लैपिड ने समापन समारोह में कहा था, 'हम सभी 15वीं फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' से परेशान और स्तब्ध थे. यह हमें एक प्रचार, अश्लील फिल्म की तरह लगा, जो इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के कलात्मक प्रतिस्पर्धी वर्ग के लिए अनुपयुक्त है.' लापिड ने आगे कहा, 'इस मंच पर आपके साथ इन भावनाओं को खुलकर साझा करने में मैं पूरी तरह से सहज महसूस कर रहा हूं. चूंकि, महोत्सव की भावना निश्चित रूप से एक अहम चर्चा को भी स्वीकार कर सकती है, जो कला और जीवन के लिए जरूरी है.'
इजरायल के राजदूत ने किया कटाक्ष
लापिड के बयान से अलग राय रखते हुए मुंबई में इज़राइल के महावाणिज्यदूत कोब्बी शोशानी ने कहा, 'मैंने फिल्म देखी है और फिल्म की कास्ट से भी मिला हूं. मेरी राय लापिड से अलग है. उनकी स्पीच के बाद मैंने लापिड को अपनी राय बताई थी. '
The friendship between the people and the states of India and Israel is very strong and will survive the damage you have inflicted.
As a human being I feel ashamed and want to apologize to our hosts for the bad manner in which we repaid them for their generosity and friendship.— Naor Gilon (@NaorGilon) November 29, 2022
भारत में इजरायल के राजदूत नोर गिलोन ने सिलसिलेवार ट्वीट किए. उन्होंने लापिड की आलोचना करते हुए कहा, भारतीय संस्कृति में मेहमानों को भगवान माना जाता है. आपने सबसे खराब तरीके से उस भरोसे, मेहमाननवाजी और सम्मान का अपमान किया है. इजरायल और फौदा के प्रति भारत का जो प्यार है, उसे देखते हुए ही आपको और मुझे न्योता मिला था. मुझे लगता है कि आपको अपने बर्ताव पर फिर सोचना चाहिए. लेकिन मैं यह नहीं समझ सका कि आपने @ynetnews को बाद में क्यों कहा कि मंत्री और मैंने मंच पर कहा कि हमारे देशों के बीच समानता है क्योंकि हम एक समान दुश्मन से लड़ते हैं और एक बुरे पड़ोस में रहते हैं. उन्होंने कहा कि भारत और इजरायल के लोगों के बीच रिश्ता बहुत मजबूत है और आपने जो नुकसान पहुंचाया है, उसको झेल जाएगा. बतौर इंसान मुझे शर्म आती है और मैं होस्ट्स से गलत बर्ताव के लिए माफी मांगना चाहता हूं.
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