Trending Photos
पटना : अग्निपथ योजना के विरोध में धू-धू कर बिहार जल उठा था. उपद्रवियों ने बिहार में कई ट्रेनों को रेलवे स्टेशनों को और साथ ही सामान्य जनों की संपत्तियों को खासा नुकसान पहुंचाया. अब सरकार की तरफ से इन उपद्रवियों के खिलाफ सख्ती से पेश आने के लिए उनके खिलाफ एक्शन की तैयारी कर ली गई है. अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे उपद्रवियों को गिरफ्तार करने के लिए वीडियो फुटेज और सोशल साइट्स का सहारा लिया जा रहा है. जिसमें कुल 159 एफआईआर के आधार पर 877 लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि एडीजी मुख्यालय जी एस गंगवार ने किया है.
इसके साथ ही पूरे मामले की जांच के लिए गठित की गई टीम अलग-अलग जिलों में छापेमारी में जुटी हुई है. वहीं सोशल साइट्स पर उवद्रव फैलाने वाले उपद्रवियों की पहचान करने के लिए eou की साइबर सेल की खास भूमिका रही है. जहां उपद्रवियों के चेहरे की पहचान कर गिरफ्तारियां सुनिश्चित कराई गई है और इसकी पुष्टि एडीजी मुख्यालय जी एस गंगवार ने करते हुए बताया की कुल 877 लोगों की गिरफ्तारी की गई है और अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
पुलिस के पास व्हाट्सएप और फोन पर उपद्रवियों को उकसाने की जानकारी मिली थी. इस उपद्रव में कोचिंग संचालक या उससे जुड़े हुए लोग, लॉज में रहने वाले की लड़कों की भूमिका के साथ व्हाट्सएप, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने की जानकारियां मिली है. उन सभी बिन्दु पर अनुसंधान जारी है साथ ही कई सारे नंबर को ब्लॉक किया गया है और उसी नंबरों के आधार पर गिरफ्तारियां की गई है.
ये भी पढ़ें- Bihar Agnipath Protest: भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल का बयान, जदयू के दो नेताओं ने लगाई बिहार में आग
आपको बता दें की अग्निपथ योजना के विरोध में आज भारत बंद का आह्वान किया गया था. जिसे लेकर पुलिस मुख्यालय जिले के सभी एसपी को सुरक्षा के दृष्टिकोण से अलर्ट रहने को निर्देश जारी किया था. जहां पटना के सभी चौक चौराहै और रेल परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया था. जहां एक-एक उपद्रवियों पर नजर रखी जा रही थी.
हालांकि आज भारत बंद का पटना में कुछ खास असर नहीं देखा गया. इसकी पुष्टि एडीजी जीएस गंगवार ने किया है. जबकि इसके साथ ही प्रदेश के सभी जिलों में भी स्थिति इस दौरान सामान्य रही. वहीं आपको बता दें कि पटना जिला प्रशासन उपद्रवियों से निपटने के लिए पहचान किए गए ऐसे तत्वों पर कार्रवाई करने के लिए छापमेरी कर रही है.