नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य और केंद्र में डबल इंजन की सरकार है. ऐसे में बिहार के किसान बाढ़ और खाद की किल्लत से क्यों परेशान है? 'क्या ये डबल इंजन की सरकार सो रही है'.
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Patna: सरकार किसानों को हर संभव मदद देने की बात करती है लेकिन इन दिनों बिहार के किसानों पर दोहरी मार पड़ी है. एक तरफ बाढ़ (Bihar Flood) का कहर टूटा है, तो दूसरी तरफ खाद की कमी ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. बिहार के कई जिलों में खाद की किल्लत इस कदर है कि किसान खाद ब्रिकी केंद्रों के बाहर खाद खरीदने के लिए लाइन लगा रहे हैं. उधर, कृषि मंत्री ने केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया से बात की और जल्द से जल्द एक लाख टन यूरिया बिहार को आवंटित करने की बात कही.
कम हुआ खाद का आवंटन
बिहार के कई जिलों में खाद की जबरदस्त किल्लत है. किसान खाद ब्रिकी केंद्रों के बाहर खाद खरीदने के लिए रात से लाइन लग रहे हैं. दरअसल, बिहार को वर्तमान खरीफ मौसम में 31 अगस्त 2021 तक 5.90 लाख मी. टन यूरिया की आपूर्ति हुई है. यहां पिछले वर्ष इस अवधि में की गई 8.12 लाख मी. टन की आपूर्ति से 2.22 लाख मी. टन का आवंटन कम होने के कारण किसानों की समस्या इस कदर बढ़ी है कि अब कई जगहों पर किसान ब्लैक में खाद खरीदने को बेबस हैं.
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खाद की कमी पर 'तेज' सियासत
इधर, बिहार में खाद की कमी और किसानों की परेशानी को देखते हुए विपक्ष ने अब मोर्चा खोल दिया हैं. इसी क्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य और केंद्र में डबल इंजन की सरकार है. ऐसे में बिहार के किसान बाढ़ और खाद की किल्लत से क्यों परेशान है? 'क्या ये डबल इंजन की सरकार सो रही है'.
कांग्रेस ने किया समर्थन
वहीं, तेजस्वी के बयान का कांग्रेस ने भी समर्थन करते हुए कहा कि बिहार सरकार पूरी तरह फेल हुई है. एक तरफ बिहार में सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) हैं तो केंद्र में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सरकार है. ऐसे में बिहार के लोगों को इस डबल इंजन की सरकार से क्या फायदा पहुंचा, आखिर क्यों किसानों को उचित मूल्य पर खाद नहीं मिल रहा हैं.
(इनपुट- नवजीत)