Suvendu Adhikari का ऐलान: Mamata Banerjee को पचास हजार वोटों से नहीं हराया तो राजनीति छोड़ दूंगा
Advertisement

Suvendu Adhikari का ऐलान: Mamata Banerjee को पचास हजार वोटों से नहीं हराया तो राजनीति छोड़ दूंगा

शुवेंदु अधिकारी ने कहा कि भाजपा में उम्मीदवारों का फैसला विचार-विमर्श और सभी से चर्चा के बाद लिया जाता है. यदि मुझे ममता बनर्जी के खिलाफ मैदान में उतारा जाता है, तो मैं उन्हें कम से कम 50 हजार वोटों से शिकस्त दूंगा और यदि मैं ऐसा नहीं कर पाता तो राजनीति छोड़ दूंगा.

 

फाइल फोटो

कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में सत्ता की लड़ाई दिलचस्प बनती जा रही है. तृणमूल कांग्रेस (TMC) छोड़कर भाजपा का दामन थमने वाले शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने ऐलान किया है कि वो विधान सभा चुनाव में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को हराएंगे अन्यथा राजनीति छोड़ देंगे. अधिकारी ने यह ऐलान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उस घोषणा के बाद किया, जिसमें उन्होंने नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ने की बात कही थी. अधिकारी ने कहा कि वो ममता बनर्जी को हर हाल में हराएंगे और यदि इसमें सफल नहीं हो पाते तो राजनीति छोड़ देंगे. बता दें कि नंदीग्राम को अधिकारी का गढ़ माना जाता है. 

  1. ममता बनर्जी की घोषणा के बाद दी चुनौती
  2. बनर्जी ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की कही है बात
  3. भाजपा नेता का का गढ़ माना जाता है नंदीग्राम 

Nandigram के लिए क्या किया?

शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें नंदीग्राम की याद सिर्फ चुनाव के समय आती है. उन्होंने आगे कहा, ‘मुख्यमंत्री 15 दिसंबर, 2015 को नंदीग्राम गईं थीं और उम्मीदवार के रूप में मेरे नाम की घोषणा की थी. मैं पूछना चाहता हूं कि नंदीग्राम के लोगों के लिए आपने क्या किया है? जो लोग पीड़ित थे, आपने उनके लिए क्या किया? कक्षा 8 की किताब में सिंगूर का उल्लेख है लेकिन नंदीग्राम की सामूहिक हत्या का कोई उल्लेख नहीं है’.

ये भी पढ़ें -महाराष्ट्र पंचायत चुनाव: बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी, जीते सबसे ज्यादा उम्मीदवार

‘भाजपा TMC की तरह नहीं’ 

एक रोड शो के दौरान अधिकारी ने कहा कि भाजपा TMC की तरह नहीं है जहां सभी फैसले ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक द्वारा लिए जाते हैं. यहां, उम्मीदवारों का फैसला विचार-विमर्श और सभी से चर्चा के बाद लिया जाता है. उन्होंने कहा, ‘मैं कहां से चुनाव लडूंगा ये पार्टी तय करेगी, लेकिन यदि मुझे ममता बनर्जी के खिलाफ मैदान में उतारा जाता है, तो मैं उन्हें कम से कम 50 हजार वोटों से शिकस्त दूंगा और यदि मैं ऐसा नहीं कर पाता तो राजनीति छोड़ दूंगा’.

Mamta पर लगाया यह आरोप

शुवेंदु अधिकारी ने यह आरोप भी लगाया कि जिस नंदीग्राम की बदौलत ममता बनर्जी 2011 में सत्ता में आई, उस नंदीग्राम आंदोलन के दौरान किसानों पर गोली चलाने वाले पुलिस अधिकारी को राज्य सरकार ने चार बार एक्सटेंशन दिया है. उन्होंने कहा कि नंदीग्राम की जनता ममता बनर्जी को कभी माफ नहीं करेगी. भाजपा नेता ने कहा कि ममता बनर्जी की नंदीग्राम रैली में भीड़ जुटाने के लिए बाहर से 3000 लोगों को लाया गया था. जनता को TMC की असलियत पता चल गई है और चुनाव में सबकुछ साफ हो जाएगा.

 

Trending news