ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने भारत का निमंत्रण स्वीकर कर लिया है और वह गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day) में मुख्य अतिथि होंगे.
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नई दिल्ली: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) साल 2021 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day) में मुख्य अतिथि होंगे. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने मंगलवार को इस बारे में भारत का निमंत्रण स्वीकार किए जाने की जानकारी दी. ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने संवाददाताओं को बताया, 'हमारे प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनने के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है.'
गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day) में मुख्य अतिथि बनने के निमंत्रण को ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) द्वारा स्वीकार करने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, 'यह भारत ब्रिटेन संबंधों के नए युग की शुरुआत का प्रतीक होगा.' इससे पहले मंगलवार को भारत यात्रा पर आए ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने व्यापार, रक्षा, शिक्षा, पर्यावरण और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने को लेकर वार्ता की. दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की मुलाकात के बाद शिष्टमंडल स्तर की वार्ता भी हुई.
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डोमिनिक राब ऐसे समय में भारत यात्रा पर आएं हैं, जब ब्रिटेन ब्रेक्जिट के बाद व्यापार समझौता करने के लिए यूरोपीय संघ के साथ जटिल वार्ता कर रहा है. राब 14 दिसंबर से 17 दिसंबर तक की भारत यात्रा पर आए हैं. बैठक के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संवाददाताओं को बताया कि ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब के साथ वार्ता में भारत एवं ब्रिटेन के संबंधों को और मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया. उन्होंने कहा, 'हमने अफगानिस्तान के हालात और खाड़ी देशों एवं हिंद-प्रशांत क्षेत्र संबंधी गतिविधियों की समीक्षा की.'
एस जयशंकर ने कहा, 'आतंकवाद और कट्टरवाद के कारण पैदा हुई चुनौतियों पर चर्चा की गई, जो साझा चिंताएं हैं.' उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद आर्थिक सुधार की गति तेज करने के लिए भारत-ब्रिटेन के बीच गठजोड़ महत्वपूर्ण है. वहीं, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने कहा, 'हम भारत के साथ आर्थिक संबंध मजबूत करना चाहते हैं.' उन्होंने कहा कि दुनिया जिस तरह से बदल रही है, ऐसे में दोनों देशों के लिये नौवहन सुरक्षा, आपूर्ति श्रृंखला, जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे शीर्ष प्राथमिकता हैं. राब ने कहा, 'हमारे संबंध विभिन्न क्षेत्रों में साझे हित और साझे मूल्यों पर आधारित हैं और हम कई तरह से सहयोग बढ़ाना चाहते हैं.'
(भाषा से इनपुट)