श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र हुमहामा में स्थित बीएसएफ मुख्यालय के बाहर करीब एक किलोमीटर लम्बी कश्मीर युवाओं की लाइन लगी दिखाई दी, जो सुरक्षाबलों में शामिल होकर एक बेहतर जीवन गुजरने के लिए यहां पहुंचे हैं. कुल 1356 कांस्टेबल पोस्ट के एवज में हजारों की संख्या में युवा पहुंचे.
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श्रीनगर: जम्मू और लद्दाख के साथ कश्मीर घाटी में बीएसएफ और सीआईएसएफ भर्ती रैली के लिए पंजीकृत होने के लिए प्रक्रिया श्रीनगर में जारी है. इसी के चलते श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र हुमहामा में स्थित बीएसएफ मुख्यालय के बाहर करीब एक किलोमीटर लम्बी कश्मीर युवाओं की लाइन लगी दिखाई दी, जो सुरक्षाबलों में शामिल होकर एक बेहतर जीवन गुजरने के लिए यहां पहुंचे हैं. कुल 1356 कांस्टेबल पोस्ट के एवज में हजारों की संख्या में युवा पहुंचे. खराब मौसम और बारिश के बावजूद भी बेल्ट फोर्स में शामिल होने पहुंचे युवाओं और युवतियों में जोश की किसी प्रकार की कमी नहीं देखने को मिल रही थी. युवा बेसब्री से अपने डॉक्युमेंट्स भरने की बारी का इंतजार करते दिखाई दिये.
एक युवक रोउफ अहमद डार ने कहा कि बचपन से शौक था फौज में भर्ती होने का इसलिए वह 15 से अधिक बार कोशिश कर चुका है. उसने बताया कि उम्मीद है कि सलेक्ट हो जाऊंगा लेकिन अगर नहीं होता है तो आगे भी कोशिश जारी रहेगी. उसके पिता को काफी खुशी होगी अगर वह फौजी बनता है. ऐसे अवसरों से उन्हें अच्छा रोजगार मिलता है और वह चाहते हैं कि आगे भी ऐसी भर्ती होनी चाहिए.
एक अन्य युवक वसीम राजा ने बताया कि कुछ दिनों से कोशिश करने के बाद आज वह फॉर्म भरने में कामयाब हुआ है. उसने कहा कि इसमें भर्ती होने से उससे ज़रूर फायेदा मिलेगा. वह देश की सेवा भी कर सकता है और उसे अपना घर चलाने में भी मदद मिलेगी.
युवा दानिश ने बताया कि यह एक सुनहरा मौका हैं. जीवन संवारने का, मगर भर्ती की प्रक्रिया थोड़ी सरल होनी चाहिए. चाहते हैं कि भर्ती योग्यता के आधार पर होनी चाहिए. ताकि सही और योग्य लोगों को अवसर मिले.
बीएसएफ़ के डीआईजी एस मधुरकर ने बताया कि यह बीएसएफ़ और सीआईएसएफ़ की एक जाइंट भर्ती है, जिसमें 1300 से अधिक पोस्ट हैं. उन्होंने बताया कि हुमहामा, कुपवाड़ा, बांदीपुरा, तंगधार, बारामुला के समेत कुल 9 जगहों पर यह प्रक्रिया जारी है. मधुरकर ने बताया कि हुमहामा में अधिकतर दक्षिणी कश्मीर के युवा पहुंचे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि काफी अच्छा रुझान देखने को मिल रहा है और इसमें लड़कियां भी भाग ले रही हैं.
मधुरकर ने यह भी बताया कि यह एक प्रक्रिया है रोजगार देने का. हम चाहेंगे कि ज़्यादा से ज़्यादा कश्मीर के युवा इसका लाभ उठाएं. उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं कॉमबैट और अन्य सेवाओं में बीएसएफ़ में योगदान देती हैं. मधुरकर ने कहा कि कश्मीर के युवाओं में काबलियत है और उन्हें जॉइन करना चाहिए, जिससे उन्हें उज्ज्वल भविष्य मिल सकता है.
मिली जानकारी के अनुसार केवल श्रीनगर में 3000 से अधिक आवेदक अपना आवेदन जमा करवा चुके हैं. वहीं अगर पुरे जम्मू कश्मीर और लद्दाख की बात करें तो 20 हज़ार से ज्यादा युवाओं ने अब तक इस भर्ती अभियान में हिस्सा लेने पहुंचे चुके हैं. यह भर्ती कश्मीर के 6 ज़िलों में हो रही है, जहां अबतक 11 हज़ार के करीब युवा भर्ती अभियान में शामिल हुए. गौरतलब हैं कि राज्य से अनुछेद 370 हटने के बाद सरकार ने जम्मू कश्मीर और लदख के युवाओं को रोज़गार देने के लिए 50 हज़ार नौकरियां देने का वादा किया है.
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