NEET Paper Leak: केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक, सीसीटीवी फुटेज, टावर लोकेशन का उपयोग किया है.
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CBI Chargesheet: नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने बड़ा कदम उठाया है. हुआ यह कि केंद्रीय जांच ब्यूरो ने नीट-यूजी परीक्षा पेपर लीक मामले में पहला आरोपपत्र यानि कि चार्जशीट दाखिल किया है, जिसमें 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है. आरोपपत्र में कहा गया है कि नीतीश कुमार, अमित आनंद, सिकंदर यादवेंदु, आशुतोष कुमार-1, रोशन कुमार, मनीष प्रकाश, आशुतोष कुमार-2, अखिलेश कुमार, अवधेश कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार और आयुष राज पेपर लीक तथा अन्य अनियमितताओं में शामिल थे.
असल में इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश), 201 (साक्ष्य नष्ट करना), 409 (आपराधिक विश्वासघात), 380 (चोरी), 411 (बेईमानी से चोरी की संपत्ति प्राप्त करना), 420 (धोखाधड़ी) और 109 (उकसाना) धाराएं लगाई गई हैं. केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक, सीसीटीवी फुटेज, टावर लोकेशन का उपयोग किया है.
मामले में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 15 को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस मामले में 58 स्थानों पर तलाशी ली है. कई आरोपी अब भी पुलिस या न्यायिक हिरासत में हैं. जांच फिलहाल जारी है. नीट-यूजी का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा किया जाता है.
इसमें प्राप्त रैंकिंग के आधार पर देश के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग होती है. इस साल यह परीक्षा 5 मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिनमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे. इस परीक्षा में 23 लाख से ज़्यादा उम्मीदवार शामिल हुए थे.