1 दिन मेरी सीट पर बैठिए, जान छुड़ाकर भागेंगे... आखिर वकील की किस बात से भड़के चीफ जस्टिस
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1 दिन मेरी सीट पर बैठिए, जान छुड़ाकर भागेंगे... आखिर वकील की किस बात से भड़के चीफ जस्टिस

Supeme Court: चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) मंगलवार को एक केस की सुनवाई के दौरान एक वकील को कहा कि एक दिन के लिए यहां बैठिए. मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आप अपनी जान छुड़ाकर भागेंगे.

1 दिन मेरी सीट पर बैठिए, जान छुड़ाकर भागेंगे... आखिर वकील की किस बात से भड़के चीफ जस्टिस

Chief Justice DY Chandrachud: एक दिन के लिए मेरी सीट पर बैठ कर देखिए. मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आप अपनी जान छुड़ाकर भागेंगे... आपको ये लाइन पढ़कर अनिल कपूर की फिल्म नायक की याद आ गई होगी, जिसमें अमरीश पुरी इसी तरह की बात करते हैं. लेकिन, ये किसी फिल्म का डायलॉग नहीं है, बल्कि ये बात चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने एक केस की सुनवाई के दौरान एक वकील से कही. दरअसल, एक वकील शिवसेना के विधायकों को अयोग्य करार देने से संबंधित मामले की जल्द सुनवाई के लिए मांग कर रहे थे. वकील के बार-बार आग्रह करने से सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ नाराज हो गए और ने उनसे कहा, 'एक दिन के लिए यहां बैठिए. मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आप अपनी जान छुड़ाकर भागेंगे.

किस मामले में सुनवाई कर रहे थे सीजेआई?

सीजेआई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ महाराष्ट्र के राजनीतिक विवादों से संबंधित दो अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई की तारीखें तय कर रही थी. उद्धव ठाकरे गुट ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के उस आदेश को चुनौती दी है, जिसमें जून 2022 में शिवसेना में विभाजन के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को ‘असली राजनीतिक दल’ घोषित किया गया है.

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दूसरी याचिका राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के शरद पवार गुट द्वारा दायर की गई है, जिसमें नार्वेकर के उस फैसले को चुनौती दी गई है, जिसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट को असली एनसीपी घोषित किया गया था. हाल में, सुप्रीम कोर्ट ने शरद पवार गुट की याचिका पर अजित पवार और उनके 40 विधायकों को नोटिस जारी किया था.

शुरुआत में, चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने कहा कि शिवसेना के मामले में दलीलें पूरी हो चुकी हैं. एनसीपी से जुड़े विवाद मामले को सूचीबद्ध करते समय पीठ ने अजित पवार गुट की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता एनके कौल की इस दलील पर गौर किया कि शरद पवार समूह की याचिका पर जवाब दाखिल करने के लिए तीन हफ्ते का समय दिया जाना चाहिए. शीर्ष अदालत ने अंततः अजित पवार गुट और उसके 40 विधायकों को जवाब दाखिल करने के लिए 10 दिन का समय दिया और कहा कि इसके बाद याचिका पर सुनवाई की जाएगी.

उद्धव ठाकरे गुट के वकील को सीजेआई ने सुना दिया

इस बीच, उद्धव ठाकरे गुट की ओर से पेश हुए एक वकील ने नजदीक की तारीख देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव करीब हैं और मामले को जल्द सूचीबद्ध किया जाना चाहिए. वकील ने कहा कि दस्तावेजों का संकलन दो-तीन दिनों में तैयार किया जा सकता है. सीजेआई ने कहा, 'कृपया कोर्ट को आदेश न दें.' उन्होंने कहा, 'आप एक दिन के लिए यहां आकर क्यों नहीं बैठते और कोर्ट मास्टर को बता देते कि आपको कौन सी तारीख चाहिए. आप देख सकते हैं कि न्यायालय पर काम का कितना बोझ है. कृपया एक दिन के लिए यहां आकर बैठिए. मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आप अपनी जान छुड़ाकर भागेंगे.'
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)

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