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तिरुवनन्तपुरम: कांग्रेस पार्टी (Congress) में आंतरिक कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. राजस्थान और पंजाब (Rajasthan and Punjab) के बाद अब पार्टी को दक्षिण के मोर्चे पर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. केरल कांग्रेस (Kerala Congress) के एक वर्ग का कहना है कि हाईकमान की ओर से उन्हें नजरअंदाज करने और साइडलाइन किया जा रहा है.
2 मई को केरल विधान सभा चुनाव (Kerala Assembly Election 2021) के नतीजे घोषित हुए और कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद पार्टी हाईकमान ने एक्शन लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष ए. रामचंद्रन (A. Ramachandran) के अलावा विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला (Ramesh Chennithala) को पद से हटा दिया.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, हाईकमान के एक्शन के बाद रमेश चेन्निथला (Ramesh Chennithala) के समर्थक भड़क गए और अब उन्होंने आरोप लगाया है कि भले ही उन्हें पद से हटाया गया है, लेकिन विदाई सम्मानजनक नहीं रही है. समर्थकों का कहना है कि उन्हें सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात के लिए अपॉइंटमेंट ही नहीं मिला.
केरल में शुरू हुई इस संकट के बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी तारिक अनवर (Tariq Anwar) ने राज्य के विधायकों, सांसदों और संगठन के नेताओं से बातचीत की है. बता दें कि केरल में चेन्नीथला की जगह पर वीडी सतीशन को नेता विपक्ष बनाया गया है, जबकि के. सुधाकरण को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है.
केरल में शुरू हुआ यह संकट कांग्रेस (Congress) की चिंताएं बढ़ाने वाला है, क्योंकि खुद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) केरल की वायनाड लोक सभा सीट (Wayanad Lok Sabha Seat) से के सांसद हैं. राहुल गांधी के लिए यह बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि उनकी भूमिका को लेकर भी चिंता पैदा होती है.
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