Coronavirus से खतरे पर दिल्ली अलर्ट! केजरीवाल बोले- करा रहे जीनोम सिक्वेंसिंग
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Coronavirus से खतरे पर दिल्ली अलर्ट! केजरीवाल बोले- करा रहे जीनोम सिक्वेंसिंग

Covid-19 In Delhi: कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते खतरे को देखते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आज रिव्यू मीटिंग की और बताया कि उचित कदम उठाए जा रहे हैं. कोविड-19 से घबराने की जरूरत नहीं है.

Coronavirus से खतरे पर दिल्ली अलर्ट! केजरीवाल बोले- करा रहे जीनोम सिक्वेंसिंग

Coronavirus Alert: दिल्ली (Delhi) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे है. इसके मद्देनजर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आज (शुक्रवार को) स्वास्थ्य मंत्री और कई बड़े अधिकारियों के साथ बैठक की. इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, कल स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बैठक की आज हमने रिव्यू मीटिंग की. केंद्र सरकार ने 2 हफ्ते पहले 6 राज्यों को एडवाइजरी दी थी, उसमें दिल्ली नहीं थी. मार्च में मामले बढ़े, 30 मार्च को 295 मामले आए थे, दिल्ली में कुल 932 एक्टिव मामले हैं घबराने की जरूरत नहीं है. उचित कदम दिल्ली सरकार की तरफ से उठाए जा रहे हैं.

100% मामलों की हो रही जीनोम सिक्वेंसिंग

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक कोरोना से 3 मौतें हुई हैं, उन्हें अन्य बीमारियां थीं. हम 100 फीसदी मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग करवा रहे हैं. इस‌ वक्त XBB1.6 वैरिएंट है, ये तेजी से फैलता है लेकिन ये गंभीर नहीं है, अगर वैक्सिनेशन भी है तब भी हो रहा है. हम दिल्ली में सीवेज से सेंपल उठाकर चेक करते हैं, फरवरी के बीच तक नेगेटिव था, लेकिन अब फिर आना शुरू हुआ है.

घबराने की जरूरत नहीं

सीएम केजरीवाल ने कहा कि हमारी पूरी तैयारी है. घबराने की जरूरत नहीं है. 7,986 बेड हैं. अभी केवल 66 पर मरीज हैं. 4000 हजार टेस्ट सरकारी लैब में और 1,00,000 से ज्यादा प्राइवेट लैब की कैपेसिटी है. हमारे पास ऑक्सीजन और सारी तैयारियां हैं, वैक्सिनेशन बहुत अच्छा रहा है. 26 मार्च को दिल्ली के 38 अस्पतालों में मॉक ड्रिल की थी. हम लोगों में जागरूकता के लिए एक मीडिया कैंपेन चलाएंगे.

इंफ्लूएंजा के मरीजों की रैंडम टेस्टिंग

उन्होंने आगे कहा कि इंफ्लूएंजा के मरीजों के 5 फीसदी रैंडम टेस्ट किए जा रहे हैं, घबराने की जरूरत नहीं है. कभी मास्क को लेकर केंद्र सरकार की कोई गाइडलाइन नहीं आई है, लेकिन हम कह रहे हैं जिन्हें सांस लेने की दिक्कत और गंभीर बीमारियां हैं वो मास्क जरूर लगाएं. कोरोना को डिजास्टर मैनेजमेंट से अलग कर दिया गया था. अब DDMA या NDMA के जरिए इसकी मॉनिटरिंग नहीं होती है.

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