कोरोना का असर: लोगों ने बदला खर्च करने का तरीका, अब ये चीजें ज्यादा जरूरी
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कोरोना का असर: लोगों ने बदला खर्च करने का तरीका, अब ये चीजें ज्यादा जरूरी

कोरोना (Coronavirus) ने भारतीयों की जेब पर असर डाला है. लोगों ने अपने खर्च करने का तरीका बदल दिया है.

कोरोना का असर: लोगों ने बदला खर्च करने का तरीका, अब ये चीजें ज्यादा जरूरी

नई दिल्ली: कोरोना (Coronavirus) ने भारतीयों की जेब पर असर डाला है. अब भारतीय परिवार आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर ज्यादा पैसे खर्च करते हैं. लोगों ने अपने खर्च करने का तरीका बदल दिया है. कोरोना वायरस के कारण ज्यादातर घर पर रहने के बावजूद खर्च घटने की बजाए बढ़ा है लेकिन इसकी वजह महंगाई नहीं है.

दरअसल, कोरोना के चलते जीने का तरीका बदल गया है. अब भारतीय परिवार आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर ज्यादा पैसे खर्च करते हैं. 

कोरोना के आने से पहले जो पैसा लोग घूमने फिरने या शॉपिंग पर लगाया करते  थे, उसको अब अपनी रोजाना की चीजों पर खर्च करने लगे हैं. भारतीय अब अपनी जिंदगी से जुड़ी उन चीजों पर ज्यादा ध्यान देने लगे हैं जो रोजमर्रा की चीजों से जुड़ी है.

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पिछले 3 महीने में ज्यादातर लोग राशन / भोजन पर खर्च करने लगे हैं. और महंगे और अच्छे खाद्य प्रोडक्ट्स को खरीदने से नहीं हिचकते. कोरोना के आने के बाद से लोगों में यह बदलाव आने लगा है.

सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि 28 प्रतिशत शहरी भारतीयों ने लॉकडाउन के दौरान नए, बेहतर गुणवत्ता वाले सामान और सेवाओं को खरीदने का दावा किया है.

देश के शहरी इलाको में हुए सर्वे में सामने आया-

-62 प्रतिशत भारतीयों का कहना है कि खान पान से जुड़ी चीज़ो में, ग्रॉसरी से जुड़ी चीजों का खर्चा बढ़ गया है. वो अब अच्छे फूड प्रोडक्ट्स पर खर्च कर रहे हैं.

-46 प्रतिशत ये मानते हैं कि यूटिलिटी से जुडी चीजों में खर्च बढ़ गया है, जैसे बिजली, इंटरनेट का बिल. क्योंकि, लोग घर पर ही रहते हैं.

-49  प्रतिशत लोग कहते हैं कि कोरोना के बाद से उनका खर्च हेल्थ और दूसरे प्रोडक्ट्स पर बढ़ गया है. हैंड सैनिटाइजर, मास्क और इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए उन्होंने आज तक खर्च नहीं किया था. लेकिन अब कर रहे हैं.

-32  प्रतिशत भारतीय बताते हैं कि मनोरंजन से जुड़े साधन पर उनका खर्च बढ़ा है. घर पर ही रहने के कारण फोन, लैपटॉप डिजिटल प्लेटफार्म पर कंटेंट देखने के लिए वो पैसे खर्च रहे हैं.

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-31  प्रतिशत का मानना है कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जगह वो खुद की गाड़ी पर जाते हैं और अब उसका भी खर्च उनकी जेब पर भारी पड़ रहा है.

-21  प्रतिशत भारतीय अपने बच्चों की शिक्षा पर ज्यादा खर्च कर रहे हैं. जो अब ऑनलाइन हो गई है. इसके लिए लैपटॉप, फोन जैसे संसाधन उपलब्ध करवाना काफी महंगा रहा है.

यह सर्वे 22 मई से 5 जून के बीच किया गया था.

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लॉकडाउन के दौरान ज्यादा महंगी चीजें चुनीं
लॉकडाउन के दौरान अधिक महंगी वस्तुओं को चुनने को लेकर 57 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया है. वहीं घर पर होने के कारण खर्च बढ़ने पर 47 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया.

सर्वे से साफ हुआ है कि कोरोना के आने के बाद से बाहर खाने और मनोरंजन के अवसरों की कमी के कारण लोगों ने भोजन और घर पर मनोरंजन को बढ़ाया है. लॉकडाउन के साथ, मॉल, शॉपिंग, बाहर खाना, चाय या कॉफी पर मिलना, मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखना जैसे अनुभव पर खर्च करने का अवसर न के बराबर था. लेकिन कोरोना ने लोगों को क्वालिटी लाइफ की तरफ जरूर धकेल दिया है और सभी अब अपनी सेहत और जिंदगी को ज्यादा गंभीरता से लेने लगे हैं.

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